जशपुर : विभिन्न आजीविका मूलक गतिविधियों का केंद्र बना बोखी गोठान, ग्रामीणों एवं स्वसहायता समूह के महिलाओं मिला रहा स्वरोजगार,उनकी आय में हो रही है निरन्तर बढोत्तरी

Advertisements
Advertisements

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

फरसाबहार विकासखंड के ग्राम पंचायत बोखी गौठान को मॉडल गौठान के रूप में विकसित किया जा रहा है। ग्राम सुराजी योजना के अन्तर्गत इस गौठान में सभी अधोसंरचना उपलब्ध है, जहां वर्तमान में मुर्गी शेड, बकरी शेड, एसएचजी शेड, मशरूम शेड, वर्मी कम्पोस्ट खाद टंकी साथ ही नरवा गरवा घुरवा बाड़ी व अवधारणा को पुरा करते हुए नाला, डबरी, चारागाह, आम बगीचा तथा बाड़ी विकास स्व सहायता समूह के द्वारा किया गया है।

ग्राम पंचायत बोखी में स्व सहायता समूह के द्वारा आजीविका गतिविधियां संचालित है। इसमें मुख्य रूप से मशरूम उत्पादन, सब्जी उत्पादन, मछली पालन, मुर्गी पालन, बकरी पालन, बत्तख पालन व फल उत्पादन आदि कार्य संचालित है। ये सभी प्रकार के गतिविधियों का संचालन बिहान योजना से जुड़े स्व सहायता समुह की दीदीयों के द्वारा किया जा रहा है। इसमें 4 स्व सहायता समूह के 40 परिवार आजीविका गतिविधि से जुड़े है। इन सभी सदस्यों के द्वारा आमदनी अर्जित किया जा रहा है। अब तक सभी 4 स्व सहायता समुह की दीदीयों के द्वारा सभी गतिविधियों से 4.10 लाख रूपयें की आमदनी किया जा चुका है। मॉडल गौठान बोखी में प्रतिदिन गोबर खरीदी का औसत 150.00 कि.ग्रा. है। खाद छनाई किया जा रहा है एवं खाद से लक्ष्मी  समूह का 75 हजार तथा दीप समुह को 66 हजार की आमदनी वर्मी खाद से हुआ है।

छ.ग. शासन की महात्वाकांक्षी योजना गोधन न्याय योजना के अंतर्गत समुदाय के सभी वर्गों किसान, महिलाओं, बेरोजगार युवक एवं युवतियां को फायदा मिल रहा है।

Advertisements
Advertisements
error: Content is protected !!