कलेक्टर ने विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर तम्बाकू, गुटखा, बीड़ी, सिगरेट छोडऩे वाले युवाओं को प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित

कलेक्टर ने विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर तम्बाकू, गुटखा, बीड़ी, सिगरेट छोडऩे वाले युवाओं को प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित

May 30, 2023 Off By Samdarshi News

भारतीय सेना में जाने के अपने लक्ष्य एवं सपने के लिए तम्बाकू-गुटखे का किया परित्याग- युवा राजनारायण साहू

युवाओं से तम्बाकू-गुटखा एवं नशे की लत को छोडऩे के लिए किया किया आव्हान

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, राजनांदगांव

कलेक्टर डोमन सिंह ने विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर तथा राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत आज कलेक्टोरट सभाकक्ष में तम्बाकू, गुटखा, बीड़ी, सिगरेट छोडऩे वाले युवाओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। कलेक्टर श्री सिंह ने नशे की लत को छोडऩे वाले सभी युवाओं को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी किसी भी प्रकार के तम्बाकू उत्पाद का सेवन नहीं करेंगे तथा नशे की लत से दूर रहेंगे। उन्होंने कहा कि नशे की आदत जीवन बर्बाद कर देती है तथा इससे स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें होती हैं। अपने अच्छे स्वास्थ्य के लिए नशे की आदत से दूर रहें।

युवा श्री राजनारायण साहू ने बताया कि वे गुटखे का सेवन करते थे। लेकिन भारतीय सेना में जाना उनका लक्ष्य एवं सपना है। एक बार पहले गुटखे का सेवन करने की वजह से मेडिकल की परीक्षा में असफल हो गए। इसलिए ईलाज कराने के बाद हमेशा के लिए तम्बाकू-गुटखे का परित्याग कर दिया। उन्होंने बताया कि अब वे भारतीय सेना में जाने के लिए फिर से कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने युवाओं से कहा कि नशा नाश की जड़ है। इससे स्वास्थ्य खराब होता है तथा मानसिक तनाव भी होता है। नशे की लत को छोडऩे के बाद बहुत अच्छा महसूस हो रहा है। कलेक्टर के हाथों सम्मानित होने पर प्रेरणा मिली है। युवा श्री रिकेश साहू ने बताया कि उनको तम्बाकू-गुटखा खाने की वजह से मुंह में छाले तथा दांत में दर्द होने लगा। जिसकी वजह से खाना नहीं खा पा रहे थे। डॉक्टर को दिखाने पर पता चला कि तम्बाखू-गुटखा खाने से नुकसान हो रहा है और वहां यह समझाईश दी गई की तम्बाकू-गुटखा खाना छोड़ दें। उन्होंने सभी युवाओं से कहा कि तम्बाकू-गुटखा खाने से कोई फायदा नहीं है, इसे छोड़ दें। युवा श्री धर्मेन्द्र कुमार सिन्हा ने बताया कि वे कई दिनों से गुटखा खा रहे थे। जिससे दांत में बहुत तकलीफ हुई, मुंह न खुलना, थकान हो रही थी। ईलाज के बाद मैंने गुटखा खाना छोड़ दिया। उन्होंने सभी से कहा कि अपने स्वास्थ्य के लिए तम्बाकू-गुटखा का सेवन न करें। इस अवसर पर तम्बाकू-गुटखा छोडऩे के लिए श्री भागवत मानिकपुरी एवं श्री आशीष रामटेके को भी सम्मानित किया गया।