सफलता की कहानी : चोंगरीबहार के प्रभात पन्ना को मत्स्य विभाग की ‘नीलक्रांति योजना’ का मिला लाभ, मछली पालन से मिला आमदनी का अच्छा जरिया, मछली विक्रय से 1 लाख 50 हजार का हुआ शुद्ध लाभ !

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0.700 हेक्टेयर भूमि पर तालाब निर्माण कर, कर रहें हैं मत्स्य पालन

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, जशपुर

जशपुर : जिले के किसानों, स्व सहायता समूहों और दूरस्थ अंचल के लोगों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने और रोजगार के अवसर देने के उदेश्य से जिला प्रशासन द्वारा मछली पालन विभाग की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है, साथ ही ग्रामीण तालाब जलक्षेत्र में पट्टा और महाजाल प्रदाय किया जा रहा है।

इसी कड़ी में कांसाबेल विकासखण्ड के ग्राम-चोंगरीबहार निवासी श्री प्रभात पन्ना द्वारा मत्स्य विभाग के अंतर्गत संचालित नीलक्रांति योजना का लाभ लेकर मत्स्य पालन किया जा रहा है। प्रभात पन्ना को मछली पालन से आमदनी का अच्छा जरिया मिला है।

विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2018-19 में नीलक्रांति योजना से श्री प्रभात पन्ना स्वंय की भूमि में 0.700 हेक्टर पर तालाब निर्माण कर मत्स्य पालन कर रहे हैं। वर्ष 2021-22 में तालाब से 10 क्विंटल मछली विक्रय कर चुके है, जिससे उन्हें 1 लाख 50 हजार का शुध्द लाभ प्राप्त हुआ है। उनके द्वारा 3 वर्ष से मछली पालन का कार्य किया जा रहा है। अब प्रभात पन्ना अच्छी आमदनी पाकर परिवार के साथ सुख-सुविधा के साथ जीवन यापन कर रहें है। इसके लिए उन्होंने छत्तीसगढ़ शासन और जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया है।

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