प्रदेश में भ्रष्टाचारियों के सबसे बड़े वकील भूपेश बघेल हैं, कांग्रेस सरकार से जुड़े सभी आरोपियों को सुप्रीम कोर्ट तक से जमानत नहीं मिलना इस बात का प्रमाण है कि प्रथम दृष्टया लूट में सब शामिल : रंजना साहू

प्रदेश में भ्रष्टाचारियों के सबसे बड़े वकील भूपेश बघेल हैं, कांग्रेस सरकार से जुड़े सभी आरोपियों को सुप्रीम कोर्ट तक से जमानत नहीं मिलना इस बात का प्रमाण है कि प्रथम दृष्टया लूट में सब शामिल : रंजना साहू

July 4, 2023 Off By Samdarshi News

भ्रष्टाचारियों का बचाव केवल वही कर सकता है जिसका लूट में हिस्सा है : रंजना साहू

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

भारतीय जनता पार्टी  की प्रदेश प्रवक्ता और विधायक  रंजना साहू ने कहा है कि केंद्रीय जाँच एजेंसियों के छापों और कार्रवाइयों  से बौखलाए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मिथ्या प्रलाप कर रहे हैं। केन्द्रीय जाँच एजेंसियों पर सवाल उठाकर मुख्यमंत्री बघेल दरअसल भ्रष्टाचार और घोटाला करने वालों के पैरोकार बन बैठे हैं। श्रीमती साहू ने सवाल किया कि जांच एजेंसियों की कार्रवाइयों से डरे-सहमे और विचलित मुख्यमंत्री बघेल ही क्या वह ‘पोलिटिकल मास्टर’ हैं, जिनका जिक्र ईडी द्वारा जब्त चैट में प्राय: हुआ है?

श्रीमती साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल केन्द्रीय एजेंसियों पर सवाल उठाकर देश के संवैधनिक ढाँचे की अवमानना कर रहे हैं। सत्ता में आने के बाद से मुख्यमंत्री बघेल का ऐसा राजनीतिक आचरण पद की गरिमा और संवैधानिक मर्यादा के प्रतिकूल रहा है। प्रदेश में कांग्रेस का पूरा शासनकाल ‘राजनीतिक अराजकता का उत्सव काल’ रहा है। श्रीमती साहू ने कहा कि केन्द्रीय जाँच एजेंसी ने ठोस साक्ष्यों के साथ भ्रष्टाचार और घोटालों को उजागर किया है। जो गलत करेगा, भ्रष्ट होगा, वह तो कार्रवाई के दायरे में आएगा ही। पर मुख्यमंत्री बघेल केंद्रीय जांच एजेंसियों को लेकर जैसा प्रलाप कर रहे हैं, उससे सवाल यह भी खड़ा हो रहा है कि आखिर मुख्यमंत्री बघेल ही भ्रष्टाचारियों घोटालेबाजों के सबसे बड़े पैरोकार क्यों बन बैठे हैं? श्रीमती साहू ने कहा कि इससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि प्रदेश में भ्रष्टाचार और घपलों का जो सिलसिला कांग्रेस के शासनकाल में चला है, उसमें मुख्यमंत्री बघेल के हाथ भी रंगे हुए हैं।

श्रीमति साहू ने कहा कि ईडी की जांच की आड़ में लोकतंत्र की दुहाई देना कम-से-कम मुख्यमंत्री बघेल को तो शोभा नहीं देता। कांग्रेस देशभर में सत्ता का दुरुपयोग करके लोकतंत्र को किस तरह कुचलती रही है, यह देश अच्छी तरह जानता है। लोकतंत्र के नाम पर राजतंत्रीय सामंती प्रवृत्ति की पोषक कांग्रेस की प्रदेश सरकार ने भ्रष्टाचार और घोटालों के जरिए छत्तीसगढ़ का खजाना लूटा और छत्तीसगढ़ को कांग्रेस का एटीएम बनाकर रख दिया है। श्रीमती साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल की असली पीड़ा यही है कि जांच एजेंसियों ने उनके भ्रष्टाचार और हजारों करोड़ के घोटालों की पोल खोलकर रख दी। उन पर आरोप मढ़ने से पहले मुख्यमंत्री बघेल को जरा आत्ममंथन तो कर लेना था, क्योंकि मुख्यमंत्री बघेल की उपसचिव, उनके राजनीतिक चहेते का भाई, बड़े-बड़े अफसर, दलाल और दलालनुमा कांग्रेस नेता घोटालों के चलते गिरफ्तार हुए बैठे हैं और लाख नाक रगड़ने के बाद भी सुप्रीम कोर्ट तक से उन्हें जमानत नहीं मिल पा रही  है।

 श्रीमती साहू ने कहा कि भ्रष्टाचार व घोटालों के पुख्ता दस्तावेज और साक्ष्यों ने प्रदेश सरकार के राजनीतिक चरित्र को दागदार कर दिया है, जिसके चलते कांग्रेस और मुख्यमंत्री बघेल का राजनीतिक वजूद खत्म होने के कगार पर आ गया है। अपनी इसी छटपटाहट को अपने प्रलाप के जरिए व्यक्त करना मुख्यमंत्री बघेल की नियति हो गई है।