कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने ली समय-सीमा की बैठक : 17 से छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक, पूरी रखें तैयारी, हर गुरुवार तहसीलों में बैठे पूरा राजस्व स्टाफ, प्रकरणों का हो त्वरित निराकरण
July 11, 2023हरेली के लिए तैयार करवाए गए हैं गेड़ी, सी-मार्ट से कर सकते हैं खरीदी
शत-प्रतिशत स्कूली बच्चों के जाति प्रमाण पत्र बनाने चलेगा अभियान
छात्रावासों का नियमित निरीक्षण करेंगे जिला स्तरीय अधिकारी, कलेक्टर श्री सिन्हा ने दिए निर्देश
पशुधन के वृहत टीकाकरण का चलेगा कार्यक्रम
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायगढ़
17 जुलाई को हरेली पर्व के अवसर पर छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक की शुरुआत होने जा रही है। गांव स्तर पर सभी तैयारियां पूरी कर ली जाए। खिलाडिय़ों का पंजीयन भी करवा लें। समस्त जनपद सीईओ इसकी विशेष रूप से मॉनिटरिंग करेंगे। उक्त बातें कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने आज समय-सीमा की बैठक के दौरान कही। उन्होंने कहा कि शासन से प्राप्त दिशा निर्देशों के अनुसार खेलों के आयोजन की व्यवस्था कर ली जाए। गौरतलब है कि 17 जुलाई से शुरू हो रहे छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक 6 चरण में होंगे। जिसमें दलीय एवं एकल श्रेणी में 16 तरह के पारंपरिक खेलों को शामिल किया गया है।
लोक सेवा गारंटी के प्रकरणों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि समय-सीमा के भीतर प्रकरणों का निराकरण हर अधिकारी की प्राथमिकता होनी चाहिए। पिछले दिनों राजस्व शिविर का आयोजन किया गया था। जिसमें बड़ी संख्या में लोगों से आवेदन मिले हैं। ऐसे आवेदन जिनका निराकरण शेष रह गया है उसे जल्द निपटा लिया जाए। उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक गुरुवार को एसडीएम, तहसीलदार, आरआई और पटवारी तहसील कार्यालय में एक साथ अनिवार्य रूप से बैठें। जिससे लोग एक स्थान पर सभी अधिकारियों से मिल सकेंगे और उनके प्रकरणों के निराकरण में तेजी आएगी। कलेक्टर श्री सिन्हा ने दूसरे विभाग के अधिकारियों को भी निर्देशित किया कि सप्ताह के प्रथम दिन सोमवार को लोगों से मिलने का समय निर्धारित कर, अपने कार्यालय के बाहर चस्पा करें। जिससे दूर दराज से आने वाले आपसे मिल कर सीधे अपनी बात रख सकें।
कलेक्टर श्री सिन्हा ने नगर निगम के कार्यों की भी समीक्षा की। उन्होंने बारिश के दौरान शहर में जल जमाव की स्थिति न बने इसका विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री सिन्हा ने खाद बीज की उपलब्धता के बारे में विभागीय अधिकारियों से जानकारी ली। बताया गया कि जिले में पर्याप्त स्टॉक है। जिसका वितरण सहकारी समितियों के माध्यम से किया जा रहा है।
बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री जितेन्दर यादव, अपर कलेक्टर सुश्री संतन देवी जांगड़े, डीएफओ रायगढ़ सुश्री स्टायलो मण्डावी, डीएफओ धरमजयगढ़ श्री अभिषेक जोगावत, सहायक कलेक्टर श्री युवराज मरमट, नगर निगम आयुक्त श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
हरेली के लिए बनवाए गए हैं गेड़ी, सी-मार्ट से कर सकते हैं खरीदी
छत्तीसगढ़ के प्रथम त्यौहार के रूप में हरेली के आयोजन की इस बार खास व्यवस्था की गई है। वन विभाग रायगढ़ और धरमजयगढ़ ने इस पर्व के लिए विशेष रूप से बांस की गेडियां बनवाई हैं। जिसे विक्रय के लिए सी मार्ट में रखा जा रहा हैं। जहां से यह गेडिय़ां खरीदी जा सकती हैं। कलेक्टर श्री सिन्हा ने सभी सीईओ जनपद को स्थानीय स्तर पर भी वन विभाग द्वारा तैयार करवाई गई गेड़ी उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए।
नवप्रवेशी बच्चों के प्राथमिकता से बनवाएं जाति प्रमाण पत्र
कलेक्टर श्री सिन्हा ने समय-सीमा की बैठक के दौरान जाति प्रमाण पत्र बनाए जाने की विशेष रूप से समीक्षा की। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि शत प्रतिशत स्कूली बच्चों के जाति प्रमाण पत्र बनाए जाने हैं। इस शिक्षा सत्र के नवप्रवेशी बच्चे जिनके जाति प्रमाण पत्र नही बने हैं उनके सर्टिफिकेट प्राथमिकता से बनाए जाएं। इसके लिए उन्होंने सभी स्कूलों से जानकारी मंगवाने के निर्देश दिए। साथ ही सभी एसडीएम और तहसीलदारों को इस कार्य को जल्द पूरा करने के लिए निर्देशित किया।
छात्रावासों का जिला स्तरीय अधिकारी करें नियमित निरीक्षण
कलेक्टर श्री सिन्हा ने इस दौरान छात्रावासों के संचालन की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सभी आश्रम छात्रावासों के निरीक्षण के लिए जिला स्तरीय अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। कन्या छात्रावासों के लिए महिला अधिकारियों को निरीक्षण का जिम्मा दिया गया है। प्रतिमाह हर अधिकारी नियमित रूप से छात्रावास का निरीक्षण कर प्रतिवेदन जमा करें। छायावासों का व्यवस्थित संचालन होना चाहिए।
पशुधन के वृहत टीकाकरण के दिए निर्देश
कलेक्टर श्री सिन्हा ने उप संचालक पशुपालन विभाग को जिले में पशुधन के लिए वृहत टीकाकरण अभियान चलाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने रोका-छेका अभियान के तैयारियों के संबंध में भी बैठक में चर्चा की। उन्होंने सभी सीईओ जनपदों को मैदानी अमले के माध्यम से इसके लिए विशेष रूप से कार्य करने के निर्देश दिए।