सुप्रीम कोर्ट की रोक से साफ ईडी की कार्यवाही विद्वेषपूर्ण – सुशील आनंद शुक्ला

सुप्रीम कोर्ट की रोक से साफ ईडी की कार्यवाही विद्वेषपूर्ण – सुशील आनंद शुक्ला

July 18, 2023 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

उच्चतम न्यायालय द्वारा छत्तीसगढ़ में ईडी के द्वारा कथित शराब घोटाले की जांच पर रोक यह साबित करने के लिये पर्याप्त है कि ईडी की कार्यवाही दुर्भावनापूर्वक और राजनैतिक साजिश है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जहां पर राजनैतिक रूप से सीधा मुकाबला नहीं कर पाती, वहां पर वह केंद्रीय जांच एजेंसियों ईडी, सीबीआई, आईटी को आगे कर अपना राजनैतिक मंतव्य साधने का प्रयास करती है। छत्तीसगढ़ में कथित शराब घोटाला ईडी के द्वारा रची गयी पटकथा है जो राज्य सरकार की छवि खराब करने के लिये है। राज्य में भाजपा के पास जनसरोकारों का कोई मुद्दा नहीं बचा है। भाजपा लगातार राज्य में जनता का भरोसा खोते जा रही है उसके कार्यकर्ताओं में हताशा का माहौल है ऐसे में अपने राजनैतिक वजूद को बचाने भाजपा ईडी, सीबीआई, आईटी का दुरुपयोग कर राज्य सरकार की छवि खराब करने में लगी है। पिछले चार साल में छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के ऊपर भाजपा 1 रू. का भी प्रमाणित भ्रष्टाचार का आरोप लगा नहीं पाई है तो अधिकारियों, व्यापारियों के यहां छापेमारी कर सरकार के खिलाफ वातावरण बनाने की तैयारी की जा रही थी।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियां मोदी सरकार की राजनैतिक विरोधियों के दमन का हथियार बन चुकी है। विपक्ष की आवाज दबाना तथा अपने खिलाफ उठने वाली आवाज को दबाने मोदी सरकार किसी भी हद तक गिर सकती है। मीडिया जब छापती है तो केंद्रीय एजेंसियों से छापा मरवाते है, संसद में विपक्ष को बोलने नहीं देते, न्यायपालिका को सार्वजनिक तौर पर प्रेस वार्ता करने पर मजबूर करते है, ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स को आपने कांग्रेस पार्टी और विपक्ष के खिलाफ फ्रंटल ऑर्गनाइजेशन बना रखा है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि पिछले 9 सालों में सीबीआई, आईटी और ईडी की छापेमारी का सबसे प्रमुख कारण राजनैतिक बदला भांजना रहा है। पहले केंद्रीय जांच एजेंसियां अपराध रोकने, कर अपवचन रोकने कार्यवाही करती थी मोदी राज में जांच एजेंसियां विरोधियों को फंसाने उनको बदनाम करने षड़यंत्र करती है झूठा केस बनाती है। ईडी ने पिछले 8 सालो में 3010 छापे मारे है। जिनमें से 95 प्रतिशत गौर करें-कांग्रेस (24), टीएमसी (19), एनसीपी (11), शिवसेना (8), डीएमके (6), बीजद (6), राजद (6), बीएसपी (5), एसपी (5), टीडीपी (5), इनेलो (3), वाईएसआरसीपी (3), सीपीएम (2), एनसी (2), पीडीपी (2), इंडस्ट्रीज (2), AIADMK  (1),  MNS (1), SBSP (1)। यह छापे इस बात का प्रमाण है कि भाजपा जब राजनैतिक रूप से मुकाबला नहीं कर पाती तो वह ईडी, सीबीआई, आईटी जैसी केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करती है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार ने देश भर में अपने मुखर विरोधी राज्य सरकारों के खिलाफ ईडी, सीबीआई का दुरुपयोग किया है। विरोधी दलों की सरकारों को प्रताड़ित करने का काम किया है। पं. बंगाल में तृणमूल की ममता बेनर्जी, झारखंड हेमंत सोरेन सरकार, दिल्ली के केजरीवाल के उप मुख्यमंत्री सिसोदिया, पंजाब की पूर्व कांग्रेस की चन्नी सरकार जैसे अनेकों उदाहरण जहां पर भाजपा ने केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से भय और आतंक फैलाने का प्रयास किया है। छत्तीसगढ़ में की गयी ईडी की कार्यवाही भी भाजपा के उन्हीं षड़यंत्रों का हिस्सा है।