जशपुर जिला पंचायत सीईओ ने आवारा पशुओं के नियंत्रण के संबंध में ली बैठक: आवारा मवेशियों को पकड़ने के लिए चलाये विशेष अभियान
July 28, 2023सड़कों पर घूमने वाले आवारा मवेशियों पर कड़ाई से प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर
कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के निर्देशन में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री संबित मिश्रा ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आवारा पशुओं कंो नियंत्रित करने के संबंध में बैठक ली। उन्होंने आवारा पशुओं को नियंत्रित करने के लिए कार्ययोजना तैयार कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में आवारा पशुओं एवं दुर्घटना जंय स्थानों का चिन्हांकन, नगरीय निकाय एवं ग्राम पंचायतों में कांजी हाउस संचालन, मवेशी मुक्त क्षेत्र की व्यवस्था, जब्त पशुओं की कार्यवाही, कांजी हाउस में चारे की व्यवस्था, पशुओं को रेडियम बेल्ट लगाने के संबंध में विस्तार से चर्चा किया गया। इस दौरान बैठक में पशु विभाग के उप संचालक, कृषि विभाग के अधिकारी, परिवहन विभग, नगर पालिका अधिकारी, पुलिस एवं यातायात विभाग एवं लोक निर्माण विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे। साथ ही अनुभाग से लोक निर्माण विभाग के अनुविभागीय अधिकारी एवं नगरपालिका सीएमओ सीधे ऑनलाईन से जुड़े थे।
जिला पंचायत सीईओ ने पंचायत एवं नगरीय निकाय में पशुओं के लिए कांजी हाउस में चारे-पानी के पर्याप्त व्यवस्था के लिए कहा है। इसी प्रकार त्वरित उपचार, रेडियम बेल्ट व पहचान नम्बर लगाने के लिए पशुधन विकास विभाग को आवश्यक कार्यवाही करने की बात कही। उन्होंने खुले में चराई की प्रथा पर रोक लगाने तथा पशुधन प्रबंधन की व्यवस्था को बेहतर करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने ने ग्रामीणों, किसानों और पंचायत पदाधिकारियों को गांव में बैठक आयोजित कर पशुओं के सड़क पर न आये ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि इससे संभावित दुर्घटना को रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि गुरुवार मुख्य सचिव ने वीडियो कन्फ़ेंसिंग के ज़रिये भी सड़क पर घूमने वाले पशुओं को हटाने और उन्हें सुरक्षित जगह रखने उनके चारा-पानी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए है।
उन्होंने कहा कि नगरीय ईलाकों में इस बात की मुनादी की जाए कि मवेशी पालक अपने मवेशियों के रख-रखाव का उचित प्रबंध सुनिश्चित कर लें अन्यथा शहरों एवं सड़कों पर खुले में घूमने वाले पशुओं को नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा गौठानों में रखने की व्यवस्था की जाएगी और संबंधित पशुपालकों पर नियमानुसार जुर्माने की कार्रवाई भी की जाएगी।
उन्होंने नगरीय इलाकों विशेषकर सड़कों पर घूमने वाले आवारा मवेशियों पर भी कड़ाई से प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए। आवारा मवेशियों को पकडऩे के लिए विशेष अभियान चलाने ने निर्देश दिए।उन्होंने जिले के सभी कांजी हाउस को अपडेट करने के साथ ही क्षेत्र के अनुसार पशु, मवेशियों की संख्या का विवरण रखने के निर्देश दिए उन्होंने ग्राम के सचिव व रोजगार सहायक से पशु विवरण लेने को कहा।
उन्होंने ऐसे शहर, नगर के चौराहों, तिराहों, सड़कों को चिन्हकित करने कहा जहां पशु, मवेशी झुंडों के रूप घूमते या बैठते है। उन आवारा पशुओं की अभियान चला कर सुरक्षित स्थान पर रखा जाए या पशु पलकों सौपें और उन्हें समझाए कि पशुओं कों खुला ना छोडे। बैठक में उन्होंने पशुओं के सड़कों पर आने से वाहनों के साथ दुर्घटनाएं होती हैं, जिससे लोगों के साथ पशुओं की जान को खतरा होता है। पशुओं के लिए खाने की व्यवस्था, निकटवर्ती गौठान या अन्य खुले जगहों पर पशुओं के लिए खाने की व्यवस्था करने से पशुओं को सड़कों पर भोजन ढूंढने की आवश्यकता से समस्या को हल करने की पहल की जाए। पशुओं के लिए पर्याप्त पीने का पानी की सुविधा और आहार से संबंधित अवशेषों को सड़कों से हटाकर एक सुरक्षित स्थान पर नियमित रूप से निकालने की व्यवस्था की जाए। लोगों को पशुओं के सड़कों पर आने के प्रभावों के बारे में जागरूक करने और उन्हें सड़क सुरक्षित के नियमों का पालन करने के लिए कहा जाये।