नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल की अध्यक्षता में गठित भाजपा का जांच दल पहुंचा झूमराडूमर

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, जशपुर

जशपुरनगर/बगीचा : पहाड़ी कोरवा परिवार के सामूहिक आत्महत्या के मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी केन्द्र सरकार और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग का दरवाजा खटखटाएगी। इस मामले की जांच के लिए भारतीय जनता पार्टी द्वारा गठित प्रदेश स्तरीय जांच टीम के अध्यक्ष और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने यह घोषणा की है। पांच सदस्यीय जांच टीम शुक्रवार को जशपुर जिले के बगीचा थाना क्षेत्र के ग्राम झूमराडूमर पहुंचा। जांच दल ने मृतक राजू राम के स्वजनों और गांव के रहवासियों से मुलाकात की, इस दौरान जांच दल में शामिल पूर्व सांसद रामविचार नेता,पार्टी प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य कृष्ण कुमार राय, पार्टी के जिलाध्यक्ष सुनिल गुप्ता उपस्थित थे।

जांच दल ने घटना को दु:खद बताते हुए मृतकों को श्रद्वाजंलि देते हुए स्वजनों को सांत्वना दी। जांच दल के अध्यक्ष नारायण चंदेल ने मृतक राजू राम के भाई से घटना की सिलसिलेवार जानकारी ली। स्वजनों से मुलाकात और चर्चा के बाद मिडिया से चर्चा करते हुए नारायण चंदेल ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पहाड़ी कोरवा बाहुल्य झूमराडूमरा गांव की बदहाली देख कर अनुमान लगाया जा सकता है कि प्रदेश की भूपेश सरकार में विशेष संरक्षित जनजाति किस हद तक उपेक्षित है। उन्होनें आरोप लगाया कि रोजगार की कमी, आर्थिक तंगी और भूखमरी के कारण आत्मघाती कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा।

पूर्व सांसद रामविचार नेताम ने कहा कि पहाड़ी कोरवाओं के विकास के लिए प्रदेश सरकार गंभीर नहीं है। मृतक राजू राम के परिवार और गांव के दूसरे रहवासियों की बदहाली देख कर समझा जा सकता है कि पहाड़ी कोरवाओं तक भूपेश सरकार केन्द्र सरकार की योजनाओं को भी नहीं पहुंचा पा रहें हैं। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि दो मासूम बच्चों के साथ चार पहाड़ी कोरवाओं की सामूहिक आत्महत्या की घटना ने छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की संवेदना नहीं जाग पाई। वे इस गांव के उपर से हो कर जिला मुख्यालय जशपुर और अंबिकापुर गए, लेकिन पीड़ित परिवार को सांत्वना के दो शब्द बोलने के लिए नहीं रूके। उन्होनें कहा कि 2012 में पहाड़ी कोरवा लंबू राम की मृत्यु की घटना के बाद भाजपा के तात्कालिन मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह, पंडरापाठ पहुंच कर संवेदनशीलता का परिचय दिया था।

पहाड़ी नहीं दिहाड़ी कोरवा की जमीन खरीदी

निशा सिंह के नाम से जो जमीन खरीदी गई है, वह पहाड़ी नहीं दिहाड़ी कोरवा की है। जमीन की खरीदी पूरी तरह से नियमों का पालन करते हुए क्रय किया गया है। यह दावा भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद रामविचार नेताम ने किया है। नेताम, शुक्रवार को पहाड़ी कोरवाओं के सामूहिक आत्महत्या की घटना की जांच के लिए पार्टी द्वारा गठित पांच सदस्यीय  जांच दल के साथ मृतक राजू राम के गांव झूमराडूमर पहुंचे थे। यहां मृतकों के स्वजन और स्थानीय रहवासियों से चर्चा व घटना स्थल के निरीक्षण के बाद मिडिया से चर्चा के दौरान पत्रकारों ने नेताम से जमीन खरीदी के संबंध में सवाल पूछा था। जवाब देते हुए नेताम ने दावा किया पहाड़ी कोरवाओं की जमीन को बिना राज्य सरकार के बिना पूर्वानुमति के खरीदा और बेचा नहीं जा सकता। लेकिन दिहाड़ी कोरवा के मामले में यह नियम लागू नहीं होता है। इस दौरान उन्होने पत्रकारों को जमीन की खरीदी से जुड़े कागज दिखाते हुए दावा किया कि विक्रेता भोला राम को नियम के अनुसार जमीन की पूरी कीमत का भुगतान चेक के माध्यम से किया गया है। पत्रकारों ने जब विक्रेता भोला राम का नाम पहाड़ी कोरवा के रूप में प्रशासन के सर्वे सूचि में शामिल होने की बात कही तो नेताम से इसे मानने से साफ इंकार कर दिया।

पहाड़ी कोरवा सम्मेलन में आक्रामक हुए भाजपाई

भ्रष्टाचार में आकंठ तक डूबी कांग्रेस सरकार, केन्द्र सरकार द्वारा भेजी जा रही राशि और अनाज को पहाड़ी कोरवा सहित प्रदेश की गरीब व जरूरतमंद जनता तक पहुंचने नहीं दे रही है। गरीब जनता के अनाज को भी कांग्रेसी डकार जा रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश में चल रहे इस लूट के मामले को विधानसभा में जोर से उठाया है। अब इसकी जांच की मांग को लेकर भाजपा का प्रतिनिधि मंडल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने दिल्ली जा रहा है। बगीचा ब्लाक के देवडांड़ में आयोजित पहाड़ी कोरवा सम्मेलन को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने उक्त बातें कही। इस सम्मेलन में बगीचा ब्लाक के सैकड़ो पहाडी कोरवा और आदिवासी जुटे।

प्रदेश कार्य समिति के सदस्य कृष्ण कुमार राय ने कहा कि पहाड़ी कोरवा राजू राम के पूरे परिवार सहित सामूहिक आत्महत्या के इस झकझोर देने वाली घटना के बाद से विधायक विनय भगत सहित पूरे कांग्रेसियों ने मुंह बंद किया हुआ है। परिवार से मिलने पहुंचे विधायक ने पीड़ित परिवार को तात्कालिक आर्थिक सहायता देना भी जरूरी नहीं समझा। उन्होनें कहा कि जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उत्तर प्रदेश में 50 लाख रूपए बांट सकते हैं, तो विशेष संरक्षित परिवार पहाड़ी कोरवा को इस तरह की आर्थिक सहायता क्यों नहीं मिल सकती है ?

कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, पूर्व गृह मंत्री रामविचार नेताम, पूर्व प्रदेश महामंत्री कृष्ण कुमार राय, पूर्व विधायक राजशरण भगत, जिलाध्यक्ष सुनील गुप्ता के साथ जिला प्रभारी रामकिशुन सिंह, जिला महामंत्री द्वय भरत सिंह, मुकेश शर्मा, विधानसभा प्रभारी रमन अग्रवाल, डीडीसी सालिक साय, गेंदबिहारी सिंह, राम गर्ग, वरुण जैन, शंकर गुप्ता, आलोक दुबे, फैज़ान सरवर खान, राजकपूर भगत, हरिशंकर यादव, प्रदीप दीवान, जयशंकर यादव, अशोक यादव, जुगनू यादव, एतवा राम, शोभावती सहित भाजपा के पदाधिकारी व कोरवा समाज के लोग उपस्थित थे।आमसभा को जिला महामंत्री मुकेश शर्मा एवं हरिशंकर यादव ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन देवलाल भगत ने किया

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