कलेक्टर फिर दिखे शिक्षक की भूमिका में कहा..नहीं-नहीं, यह ऐसा है, फिर छात्र को सुनाया संस्कृत का यह श्लोक…34 साल बाद, कलेक्टर को था यह श्लोक याद, छात्र के नहीं बोल पाने पर सुना कर बताया
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जांजगीर-चाम्पा जिले के शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए अलग-अलग विकासखण्डों और अलग-अलग स्कूलों में लगातार…