मेरे पापा भृत्य थे, मुख्यमंत्री ने मुझे क्लर्क बना दिया, ऐसा होगा मैने तो सपने में भी नहीं सोचा था, अब 4 बहनों के साथ मां की देखभाल कर पाएगी कविता
भृत्य पिता की मौत के बाद एक महीने में बेटी को मिली सहायक ग्रेड-3 की अनुकंपा नौकरी समदर्शी न्यूज ब्यूरो,…