हिदायतुल्ला राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय रायपुर में अंतर्राष्ट्रीय मूलनिवासी दिवस के उपलक्ष्य में पैनल चर्चा

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एचएनएलयू के सेंटर फॉर लॉ एंड इंडिजिनस स्टडीज की मेजबानी में भारत में जनजातीय विकास और चुनौतियाँ विषय पर ऑनलाइन परिचर्चा

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

हिदायतुल्ला राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय रायपुर एचएनएलयूद्ध में स्कूल फॉर लॉ एंड ह्यूमैनिटीज के तहत एक अग्रणी पहल के क्रम में ए सेंटर फॉर लॉ एंड इंडिजिनस स्टडीज ने 9 अगस्तए 2023 को एक व्यावहारिक ऑनलाइन पैनल चर्चा के साथ अंतर्राष्ट्रीय मूलनिवासी  दिवस मनाया गया। श्भारत में जनजातीय विकास और इसकी चुनौतियाँश् विषय के पर आयोजित इस कार्यक्रम मेंए मूलनिवासी समुदायों द्वारा सामना किए जाने वाले महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार.विमर्श करने के लिए विशेषज्ञों को एक साथ लाया गया।

प्रतिष्ठित पैनलिस्टों में छत्तीसगढ़ सरकार के इनोवेशन कमीशन के सचिव श्री आरण्केण् सिंह और भारत के सर्वोच्च न्यायालय में एक कुशल वकील सुश्री शोमोना खन्ना शामिल थे। कार्यक्रम की शुरुआत सेंटर फॉर लॉ एंड इंडिजिनस स्टडीज के सहायक प्रोफेसर और केंद्र प्रमुख डॉण् अयान हाजरा द्वारा अतिथियों एवं प्रतिभागियों के  ऊर्जापूर्ण स्वागत के साथ की गई।

एचएनएलयू के माननीय कुलपति प्रोण् डॉण्द्ध वीण्सीण् विवेकानंदन ने अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में दुनिया भर में मूलनिवासियों के अमूल्य योगदान पर जोर दिया। उन्होंने पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षक के रूप में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया साथ ही उनके प्रयासों को पहचानने और समर्थन करने की आवश्यकता पर बल दिया।

श्री आरण्केण् सिंह ने जंगलों में रहने वाले और जीविकोपार्जन के  लिए उन पर निर्भर रहने वाले स्वदेशी और आदिवासी समूहों के सामने आने वाली चुनौतियों पर जोर दिया। उन्होंने सामाजिक स्थिरताए गरीबी में कमीए जैव विविधता संरक्षण और जलवायु अनुकूलन के लिए समाधान प्रदान करने की उनकी क्षमता पर प्रकाश डालते हुएए आदिवासी भूमि पर सुशासन के लिए जलवायु वित्त पोषण का विस्तार एवं मौजूद विधियों में संशोधन की आवश्यकता पर बल दिया।

सुश्री शोमोना खन्ना ने पंचायत अधिनियम पर चर्चा कीए जो पांचवीं अनुसूची क्षेत्रोंए मुख्य रूप से आदिवासी क्षेत्रों के निवासियों को सशक्त बनाने के लिए बनाया गया है। उन्होंने विधि के अपर्याप्त राज्य.स्तरीय कार्यान्वयन पर प्रकाश डालाए जिसमें मूलनिवासी  समुदायों के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए धन उधारए भूमि अधिग्रहणए उत्पाद शुल्कए वन उपजए खनन और खनिज जैसे मुद्दों को शामिल करते हुए व्यापक कानूनी संशोधन की वकालत की।

इस पैनल चर्चा ने मूलनिवासी  समुदायों के सामने आने वाली चुनौतियों पर महत्वपूर्ण बातचीत के लिए एक मंच प्रदान किया और सतत विकास के महत्व की याद दिलाई जो उनके अद्वितीय जीवन शैली का सम्मान और समर्थन करता है।

इस कार्यक्रम में 100 से अधिक छात्रों और शिक्षकों  की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गईए जो विचारों के प्रेरक आदान.प्रदान में लगे रहे। एचएनएलयू में स्कूल फॉर लॉ एंड ह्यूमैनिटीज के निदेशक डॉण् अविनाश सामल ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया । इस कार्यक्रम का संचालन एचएनएलयू के सहायक प्रोफेसर श्री जीवन सागर द्वारा किया गया था और ए सेंटर फॉर लॉ एंड इंडिजिनस स्टडीजके प्रमुख डॉण् अयान हाजरा द्वारा डिजाइन किया गया था। पूरा कार्यक्रम एचएनएलयू यू.ट्यूब चैनल पर उपलब्ध है।

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