कांग्रेस भगोड़ों की पार्टी, झूठे आरोप लगाकर भाग खड़ी होती है, अब कांग्रेस 2028 के मानसून सत्र में अविश्वास प्रस्ताव लायेगी और मुंह की खायेगी – सुनील सोनी
August 17, 2023प्रधानमंत्री मोदी का सामना नहीं कर पाया घमंडिया गठबंधन
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर
सांसद सुनील सोनी ने कांग्रेस पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस भगोड़ों की पार्टी, झूठे आरोप लगाकर भाग खड़ी होती है। उन्होंने विपक्षीय गठबंधन को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का सामना नहीं कर पाया घंमडिया गठबंधन। कांग्रेस की स्थिति पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अब कांग्रेस 2028 के मानसून सत्र में अविश्वास प्रस्ताव लायेगी और मुंह की खायेगी।
सांसद सुनील सोनी ने भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में आयोजित पत्रवार्ता में संसद के मानसून सत्र के दौरान मोदी सरकार द्वारा पारित कराये गए राष्ट्रहित के विधेयकों की जानकारी देते हुए कांग्रेस सहित विपक्ष के गठबंधन पर जमकर निशाना साधा। श्री सोनी ने कहा कि संसद के मानसून सत्र में कांग्रेस नेता अधीररंजन चौधरी और राहुल गांधी ने देश के टुकड़े होने, देश के जलने और भारतमाता के हत्यारे जैसी अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया। देश की जनता समय आने पर कांग्रेस को इसका जवाब देगी।
भाजपा सांसद श्री सोनी ने कहा कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष चौधरी को उनकी अमर्यादित व असंसदीय टिप्पणी के लिए निलंबित किया गया। नेता प्रतिपक्ष चौधरी को तो उनकी पार्टी ने संसद में बोलने के लिए पाँच मिनट का समय तक नहीं दिया, उन्हें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निवेदन पर लोकसभा अध्यक्ष ने उन्हें बोलने का समय दिया। देश ने देखा कि कि मौका मिलते ही नेता प्रतिपक्ष ने कैसे गुड़ का गोबर किया! गुरुवार को एकात्म परिसर स्थित भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा करते हुए श्री सोनी ने कहा कि कांग्रेस भगोड़ों की पार्टी है, झूठे आरोप लगाकर संसद से भाग खड़ी होती है। संसद में कांग्रेस और उसके साथ ही विपक्ष के घमंडिया गठबंधन का चरित्र बेपर्दा हो गया। देश ने देखा कि मणिपुर पर उकसावे की राजनीति कर शांति के प्रयासों में बाधक बने विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव लाया और चर्चा से भाग गया। वोटिंग से भाग गया। श्री मोदी ने मणिपुर की जनता को आश्वस्त करते हुए कसम खाई है कि मणिपुर के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए कार्य कर रहे हैं और वहां शांति का सूरज जरूर निकलेगा। मणिपुर के मामले में देश के गृह मंत्री अमित शाह एक-एक तथ्य से देश को अवगत करा चुके हैं। विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव को लोकसभा चुनाव का सेमी फायनल बताया था और भाजपा की केंद्र सरकार ने लोकसभा और राज्यसभा में सेमी फायनल जीता। विपक्ष अब 2028 के मानसून सत्र में अविश्वास प्रस्ताव लाएगा और मुँह की खाएगा।
भाजपा सांसद श्री सोनी ने मणिपुर हिंसा से जुड़े अब तक के तथ्यों पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि देश में नकारात्मक सोच वाला विपक्ष है जो देश के हितों के खिलाफ काम कर रहा है। देश में हिंसा फैलाने की साजिश कर रहा है लेकिन देश की 140 करोड़ जनता का आशीर्वाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा और हमारे गठबंधन एनडीए के साथ है। हम नाम नहीं बदलते। जनता ने जब दो बार यूपीए को खारिज कर दिया तो अब घमंडिया गठबंधन बनाया गया है। इसमें मोदी का मुकाबला करने की हिम्मत नहीं है तो देश का माहौल बिगाड़ने पर तुले हुए हैं। श्री सोनी ने कहा कि देश प्रधानमंत्री श्री मोदी के विचारों और देश को आगे बढ़ाने के प्रयासों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहा है। देश की जनता ने मोदी सरकार के प्रति बार बार विश्वास व्यक्त किया है। श्री मोदी की बात से देश सहमत है कि विपक्ष ने सरकार का नहीं, बल्कि खुद का परीक्षण किया। विपक्ष को गरीबों की भूख की चिंता नहीं है। विपक्ष को सिर्फ सत्ता की भूख है। इन्हें देश के युवाओं के भविष्य नहीं, अपने भविष्य की चिंता है। देश की जनता सहमत है कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने युवाओं को घोटालारहित सरकार दी है। देश सहमत है कि घमंडिया गठबंधन जिसका बुरा चाहेगा, उसका भला होगा। देश को इस बात पर सौ फ़ीसदी भरोसा है कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में अगली सरकार में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा।
भाजपा सांसद श्री सोनी ने कहा कि मानसून सत्र में संसद में 25 सरकारी विधेयक प्रस्तुत किए गए। 23 विधेयक दोनों सदनों में पारित हुए जबकि 7 विधेयक 11 अगस्त 23 तक भारत के राजपत्र में अधिसूचित किए गए हैं। विधेयकों की विस्तार से जानकारी देते हुए श्री सोनी ने कहा कि मोदी सरकार राष्ट्र के विकास और नागरिकों की बेहतरी के लिए विधेयक लाती है और उन्हें पारित कराती है जबकि बहस से भागने वाला विपक्ष, संसद की कार्यवाही में बाधा उत्पन्न करने वाला विपक्ष, बेवजह हंगामा खड़ा करने वाला विपक्ष राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों की चर्चा से भागने का आदी हो गया है।