क्या पाँच साल से सो रही थी छत्तीसगढ़ सरकार : गरीबों के आवास हड़पने वाले भूपेश बघेल शौचालय पर कर रहे हैं राजनीति – भाजपा महामंत्री ओपी चौधरी
August 27, 2023पहले तो वह छत्तीसगढ़ के गरीबों को उन सवालों का जवाब दें, जो उनके ही मौजूदा उपमुख्यमंत्री और तत्कालीन पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री सिंहदेव ने उठाए थे.
समदर्शी न्यूज ब्यूरो, रायपुर
रायपुर : प्रदेश भाजपा महामंत्री ओपी चौधरी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा शौचालयों के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखे जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ के लाखों गरीबों के प्रधानमंत्री आवास लटकाने वाले, उन्हें बेघर बने रहने के लिए मजबूर करने वाले मुख्यमंत्री को चुनाव के ठीक पहले गरीबों के शौचालयों की चिंता कैसे हो गई ? मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गरीबों के शौचालय के नाम पर राजनीति करने की जो कोशिश कर रहे हैं, वह हर गरीब को अच्छी तरह समझ में आ रही है। जबकि अब तक केंद्रीय योजनाओं में अड़ंगा लगाने वाले मुख्यमंत्री चुनाव के पहले पिछली सरकार द्वारा 15 लाख परिवारों को उन्नत शौचालय सुविधा से वंचित करने का आरोप लगा रहे हैं ! आश्चर्य की बात है कि भूपेश बघेल को उनकी सरकार के अंतिम समय में यह पता चल रहा है, यदि ऐसा है तो 5 साल से भूपेश बघेल की सरकार कहां सो रही थी ?
भाजपा प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के गरीबों को यह मालूम है कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आवास दिया है। उन्हें यह भी मालूम है कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने देश की महिलाओं को सम्मान देने के लिए छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में शौचालय का निर्माण कराया है। अब हमारी बहन बेटियों को सूर्यास्त का इंतजार नहीं करना पड़ता और न सूर्योदय के पहले उठना पड़ता है। इसके बावजूद आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ऐसी राजनीति कर रहे हैं। उन्हें पहले तो यह जवाब देना होगा कि जब मोदी सरकार ने छत्तीसगढ़ के गरीबों को प्रधानमंत्री आवास देने के लिए 10000 करोड़ रुपए की मंजूरी दी तो उन्होंने गरीबों के मकान क्यों नहीं बनवाये ? वे यह जवाब दें कि उनके पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टीएस सिंहदेव ने प्रधानमंत्री आवास न बन पाने के लिए जो आत्मग्लानी अनुभव की थी और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लिखे पत्र में जो सवाल उठाए थे, उनका जवाब कहां है ? आज तक वह जवाब भूपेश बघेल क्यों नहीं दे पाए। पहले तो वह छत्तीसगढ़ के गरीबों को उन सवालों का जवाब दें जो उनके ही मौजूदा उपमुख्यमंत्री और तत्कालीन पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री सिंहदेव ने उठाए थे।