शिक्षा विभाग एवं श्री अरविंद सोसाइटी द्वारा ई-प्रदर्शनी का आयोजन, ऑनलाइन ई-प्रदर्शनी में ज़िले के शिक्षकों ने साझा किए अपने नवाचार
December 11, 2021समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,
जगदलपुर, शिक्षा विभाग और श्री अरविंद सोसाइटी द्वारा ई-प्रदर्शनी आयोजित की गई, जिसमें ज़िला बस्तर के 26 शिक्षकों ने शून्य निवेश पर आधारित अपने नवाचारों को देश भर के शिक्षकों के साथ साझा किया। श्री अरविंद सोसाइटी और एच.डी.एफ.सी. बैंक के देश व्यापी कार्यक्रम ‘शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार’ के अंतर्गत शिक्षकों को प्रेरित करने, चयनित शिक्षकों के नवाचारों को व्यापक रूप से विकसित करने और देश के अन्य विद्यालयों तक पहुंचाने के उद्देश्य से ई-प्रदर्शनी की श्रृंखला की शुरुआत की गई है और इसी कड़ी में बस्तर, छत्तीसगढ़ के लिए वेबिनार का आयोजन किया गया।
ऑनलाइन सम्मेलन में जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती भारती प्रधान और जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान की प्राचार्या श्रीमती सुषमा झा, मुख्य अतिथि अतिथि के रुप में उपस्थित थीं। विशिष्ट अतिथि के तौर पर जिला मिशन समन्वयक श्री अशोक पांडेय सहायक मिशन समन्वयक श्री गणेश तिवारी एवं श्री अरविन्द सोसाइटी रूपांतर के राष्ट्रीय प्रशिक्षण प्रमुख श्री अशोक शर्मा उपस्थित थे।
कार्यक्रम में शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ. सुषमा झा ने कहा, “शिक्षकों द्वारा संचालित की जाने वाली कक्षा गतिविधियाँ पाठ्यक्रम को सरल और सहज बनाती हैं । टी.एल.एम का उपयोग सही समय और सही स्थान पर करना बहुत आवश्यक है। यह रटंत प्रणाली को दूर करती है और आनंददायी शिक्षण को साकार करती है। शिक्षकों का अनुभव उनके ज्ञान और समझ पर आधारित है। जब शिक्षक सक्रिय रूप से नवाचार करने के लिए प्रेरित होते हैं तो वे पूरी शिक्षा प्रणाली को एक नया रूप दे सकते हैं और नवाचारों को एक आदर्श के रूप में प्रस्तुत कर सकते हैं। श्री अरविन्द सोसाइटी शून्य निवेश पर आधारित नवाचारों के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में एक सकारात्मक प्रभाव ला रही है और इस मंच के आयोजन के लिए मैं उन्हें हार्दिक बधाई देती हूँ। ज़िला बस्तर, छत्तीसगढ़ के नवाचारी शिक्षकगण नित-प्रतिदिन नवाचार करते हैं जिससे विद्यार्थियों को लाभ मिलता है।”
ई-प्रदर्शनी में सम्मिलित शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि श्री अशोक पाण्डेय ने कहा, “शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर प्रयास और सुधारों की आवश्यकता होती है और यह तभी संभव है जब शिक्षकगण अपने नवाचारों को एक-दूसरे के साथ साझा करें और अपना सहयोग दें। विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए टी.एल.एम. का विशेष योगदान रहता है जो छात्र के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करता है।”
इस वेबिनार में उपस्थित शिक्षा अधिकारियों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए श्री अरविन्द सोसाइटी रूपांतर के राष्ट्रीय प्रशिक्षण प्रमुख श्री अशोक शर्मा ने कहा, “ विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए टी.एल.एम. (TLMs) का विशेष योगदान रहता है जो छात्र के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करता है। आशा है कि इस ई-प्रदर्शनी में प्रदर्शित की जा रही कक्षा-कार्य सामग्री अन्य विद्यालय के शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए उपयोगी साबित होगी। शिक्षकों के योगदान के बिना देश उन्नति नहीं कर सकता। शिक्षक जब परिवर्तन स्वीकार करते हैं तब वे विद्यार्थियों और समाज को परिवर्तन स्वीकार करने और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। नवाचार वह परिवर्तन है जो पूर्व स्थित विधियों और पदार्थ आदि में नवीनता का संचार करता हैI भारत के शिक्षक शून्य निवेश नवाचारों द्वारा रचनात्मक और रोचक तरीकों से बच्चों को पढ़ा कर शिक्षा में आमूलचूल परिवर्तन ला रहे हैं। हमें विश्वास है कि देश भर के शिक्षकों को इस ई-प्रदर्शनी में साझा किए जा रहे नवाचारों का लाभ मिलेगा जिसे वे सभी अपने विद्यालयों में क्रियान्वित करेंगे।”
देशभर के शिक्षकों को विभिन्न शून्य निवेश नवाचारों से उन्मुख और अवगत कराने और शिक्षकों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से श्री अरविन्द सोसाइटी ने बस्तर, छत्तीसगढ़ में ई-प्रदर्शनी आयोजित की। इस ई-प्रदर्शनी में ज़िले के 26 नवाचारी शिक्षकों ने अपने नवाचार ऑनलाइन माध्यम से साझा किए। ज़िला बस्तर की इस ई-प्रदर्शनी का श्री अरविंद सोसाइटी के रूपांतर कार्यक्रम के ट्रेनर श्री राजेश साहू ने सफलतापूर्वक संचालन किया।