मुख्य सचिव ने की विभिन्न जिलों में धान खरीदी की प्रगति की समीक्षा, धान खरीदी केन्द्रों से धान का उठाव और मिलिंग में तेजी लाने के निर्देश

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,

जगदलपुर, खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में धान खरीदी की प्रगति की समीक्षा के लिए जारी बैठक के तीसरे क्रम में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बस्तर, सरगुजा और बिलासपुर के संभागायुक्त और बस्तर, दंतेवाड़ा, कोण्डागांव, बीजापुर, सुकमा, नारायणपुर, कोरबा, कोरिया, जशपुर और गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के कलेक्टरों की बैठक ली। बैठक में जिलों के कलेक्टरों ने धान खरीदी की साप्ताहिक समीक्षा के लिए निर्धारित बिन्दुओं पर अपने-अपने जिलों की प्रगति की जानकारी दी। जिलों से प्राप्त फीड बैक के आधार पर राज्य स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों ने जिलों की कमियों को इंगित करने के साथ ही सुधारात्मक कार्यवाही किए जाने के सुझाव भी दिए।

मुख्य सचिव ने खरीदी केन्द्रों से धान के उठाव में तेजी लाने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा है कि क्षेत्र में कार्यरत मिलरों से अनुबंध के पश्चात कस्टम मिलिंग के लिए धान का उठाव तेजी से किया जाए। साथ ही मिलिंग के बाद एफसीआई और नान के गोदामों में निर्धारित गुणवत्ता के चावल जमा हो इस पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए है। उन्होंने कहा है कि एफसीआई में जमा किए जाने वाले अलग-अलग किस्म के चावल (मोटा-पतला-सरना) के लिए अलग-अलग डीओ जारी किए जाए। उन्होंने एफसीआई में चावल के परिदान की निगरानी के लिए राज्य सहित जिलों में भी नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए है।

नोडल अधिकारी एफसीआई से नियमित सम्पर्क करेंगे और जमा किए जाने वाले चावल के लाट के आधार पर एफसीआई के गोदामों में रिक्त स्थानों का आंकलन करेंगे। धान खरीदी केन्द्रों में स्टेकिंग (धान की बोरियों को जमाने) के समय अलग-अलग गुणवत्ता के धान की स्टेकिंग अलग-अलग करने के निर्देश दिए गए है। इस प्रक्रिया में मोटा-पतला-सरना के किस्म के धानों को अलग-अलग स्टेकिंग में रखा जाएगा। धान खरीदी केन्द्रों में रखे गए धान के रख-रखाव और उसकी सुरक्षा के लिए पर्याप्त उपाए करने के निर्देश दिए गए है। श्री जैन ने सीमावर्ती क्षेत्रों में अतिरिक्त सावधानी बरतते हुए धान के अवैध परिवहन पर निगरानी और नियंत्रण रखने के निर्देश दिए है। खरीदी केन्द्रों में किसानों की सुविधा का पूरा ध्यान रखने कहा गया है। छोटे किसानों से धान की खरीदी प्राथमिकता के आधार पर करने के निर्देश दिए गए है।

कलेक्टर श्री रजत बंसल ने बताया है कि बस्तर जिले में  समर्थन मूल्य पर धान ख़रीदी के कार्य को सुचारू रूप से  सम्पन्न कराने हेतु सभी  व्यवस्थाएं  सुनिश्चित की गई हैं। उन्होंने कहा कि धान उपार्जन केंद्रों में किसानों की सहूलियत हेतु पुख्ता इंतजाम किये गए हैं। इसके अलावा  कोरोना वायरस के रोकथाम के उपाय सुनिश्चित करने हेतु सभी धान ख़रीदी केंद्रों में टीकाकरण का  कार्य भी किया जा रहा है। श्री बंसल ने कहा कि जिले के धान संग्रहन केंद्रों से धान की उठाव का कार्य भी  शुरू हो गया है। जिले अब तक छोटे किसानों  की धान की  खरीदी अधिक की  गयी है।उन्होंने बताया कि  अब तक  जिले में कुल 2772 किसानों के कुल 9317.24 मीट्रिक टन धान की खरीदी कर की गई है।

कलेक्टर श्री बंसल ने कोरोना वायरस् के प्रसार के  रोकथाम के उपायों की  जानकारी तथा अभी हाल में ही फैले ओमिक्रोन वायरस के प्रसार के रोकथाम हेतु किये जा रहे उपायों की भी जानकारी दी।

बस्तर संभाग के जिलों में कोविड-19 टीकाकरण के लिए चलाए जा रहे महाअभियान की सराहना करते हुए मुख्य सचिव ने टीकाकरण का पहला डोज ले चुके लोगों को निर्धारित समय पर टीके की दूसरी डोज लगे इस पर फोकस करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अन्य जिलों के कलेक्टरों को भी अभियान चलाकर टीकाकरण के कार्य में तेजी लाने कहा है। साथ ही खरीदी केन्द्रों में नियमित तौर से मोबाइल यूनिट के माध्यम से संक्रमण की जांच और टीकाकरण करने कहा गया है। विदेशों से आए नागरिकों की होम आईसुलेशन की सात दिन की अवधि पूरी हो जाने के बाद आठवें दिन आरटीपीसीआर जांच कराने कहा गया है। बैठक में शामिल कलेक्टरों ने अपने जिलों में कोविड-19 टीकाकरण के लिए अपनाये जा रहे नवाचारों की भी जानकारी दी। कोण्डागांव और बस्तर जिले में कोरोना टीका त्यौहार के नाम से टीकाकरण महाअभियान चलाया जा रहा है। दंतेवाड़ा में टीका पण्डुम महाअभियान चलाया जा रहा है। गौरेला पेण्ड्रा मरवाही में सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को नियमित रूप से टीकाकरण शिविर लगाकर टीका लगाया जा रहा है। सुकमा जिले में प्रतिदिन चार बजे के बाद घर-घर सम्पर्क करके टीकाकरण का कार्य किया जा रहा है।

धान खरीदी की प्रगति और प्रक्रिया के क्रियान्वयन में आ रही कमियों-दिक्कतों की जानकारी के लिए साप्ताहिक समीक्षा बैठक का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें सम्पूर्ण राज्य को कलस्टर के रूप में बांटकर कलस्टर में शामिल जिलों से जानकारी ली जा रही है। बैठक में मुख्य रूप से गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष अब तक धान खरीदी की मात्रा तथा कृषक संख्या, मिलर बारदानें समिति में पहुंचाने की स्थिति, आगामी खरीदी हेतु बारदाना की उपलब्धता एवं स्टेकिंग प्लान, समितियों से धान उठाव, मिलर्स द्वारा चावल जमा करना, धान उपार्जन से संबंधित पंजीयन तथा राजस्व अभिलेखों की शुद्धि, धान खरीदी में संभावित संवेदनशील मामले, कृषकों को बेहतर अनुभव प्रदान करने तथा सूचनाएं एकत्रित करने हेतु जिले के प्रयास, धान खरीदी केन्द्रों पर टीकाकरण एवं कोविड टेस्टिंग की व्यवस्था और कोविड संक्रमण से निपटने हेतु जिलों की तैयारी के संबंध में समीक्षा की जा रही है। आज की बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से खाद्य विभाग के सचिव टोपेश्वर वर्मा मार्कफेड की सुश्री किरण कौशल, सहकारी समिति के पंजीयक हिमशिखर गुप्ता,स्वास्थ्य विभाग की मिशन संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला, बस्तर कमिश्नर जी.आर.चुरेन्द्र एनआईसी कक्ष कांकेर से और बिलासपुर कमिश्नर संजय अलंग, बस्तर कलेक्टर रजत बंसल रायपुर से तथा जगदलपुर स्थित जिला कार्यालय के आस्था कक्ष में वेब कॉन्फ्रेंसिंग सिस्टम के माध्यम से संयुक्त कलेक्टर गोकुल रावटे, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजन, खाद्य अधिकारी अजय यादव, जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आरए खान शामिल हुए।

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