डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय, रायपुर : चिकित्सा महाविद्यालय में यूरोगायनेकोलॉजी पर पहला राष्ट्रीय सम्मेलन, आईएमएस यूरोग्नेकॉन 2023 का आयोजन !

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

रायपुर :  यूरोगायनेकोलॉजी कमिटी ऑफ़ इंडियन मेनोपॉज सोसायटी एवं डिपार्टमेंट ऑफ ऑब्स एंड गायनी पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में आईएमएस यूरोग्नेकॉन 2023 नेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन चिकित्सा महाविद्यालय के स्व. अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में किया जा रहा है। इस दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस में देश के विभिन्न हिस्सों से ख्यातिप्राप्त गायनेकोलॉजिस्ट शिरकत कर रहे हैं। कॉन्फ्रेंस के पहले दिन यूरोगायनेकोलॉजी पर लाइव ऑपरेटिव वर्कशॉप के अंतर्गत बाहर से आए विशेषज्ञों के द्वारा तीन महिला मरीजों की गर्भाशय एवं पेल्विक सबंधित समस्याओं की लाइव सर्जरी की गई। इन सर्जरी को ऑपरेशन थियेटर से लाइव प्रसारण के जरिये सभागार में उपस्थित डॉक्टरों ने देखा और यूरोगायनेकोलॉजी सर्जरी की बारीकियों के बारे में जानकारी प्राप्त की।

सम्मेलन के आयोजक अध्यक्ष डॉ. पुष्पा सेठी एवं डॉ. मनोज चेलानी ने बताया कि इंडियन मेनोपॉज़ सोसाइटी के यूरोगायनेकोलॉजी के प्रथम राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन राजधानी रायपुर में करना गौरव की बात है। इस सम्मेलन के पहले दिन ऑपरेटिव यूरोगायनेकोलॉजी कार्यशाला का लाइव प्रसारण हुआ और रविवार को श्रोणि (पेल्विक) की शारीरिक रचना पर कार्यशाला है। इसके साथ ही आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाशाली डॉक्टरों के द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की भी प्रस्तुति की जाएगी।

आयोजन सचिव एवं विभागाध्यक्ष प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग डॉ. ज्योति जायसवाल ने बताया कि आज वाल्ट प्रोलेप्स एवं नॉन डिसेंट वैजाइनल हिस्ट्रेक्टमी के केस ऑपरेट किये गए। वाल्ट प्रोलेप्स के अंतर्गत हाई यूटेरो सेक्रल फिक्सेशन की सर्जरी डॉ. हारा पटनायक, डॉ.रुचि किशोर गुप्ता एवं डॉ. अंजुम एवं टीम के द्वारा की गई। यह ऐसा जटिल केस था, जिसमें 50 वर्षीय महिला के गर्भाशय को पूर्व में ऑपरेशन करके निकाल दिया गया था, उसके बाद बचा हुआ हिस्सा योनिमार्ग से बाहर निकल आया था। इसकी सर्जरी योनिमार्ग से की गई। वहीं नॉन डिसेंट वैजाइनल हिस्ट्रेक्टमी में डॉ. मंगेश, डॉ. तनवीर एवं टीम ने 48 वर्षीय मरीज की सर्जरी की।

डॉ. ज्योति जायसवाल एवं डॉ.सुमा ने बताया कि महिलाओं में कई बार खांसते, छींकते समय पेशाब निकल आता है, लेकिन इस बारे में बात करने से वो झिझक या संकोच महसूस करती हैं। यही पेशाब लीक होने की यह समस्या आगे जाकर गंभीर समस्या का रूप ले लेती है। लाइव वर्कशॉप के अंतर्गत डॉ. तनवीर ने हिस्टेरोस्कोपी के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि डॉ. आभा सिंह, डॉ. हारा पटनायक एवं मुख्य अतिथि अधिष्ठाता (चिकित्सा महाविद्यालय) डॉ. तृप्ति नागरिया एवं अधीक्षक (अम्बेडकर अस्पताल) डॉ. एस.बी.एस. नेताम रहे। इस सम्मेलन में बाहर से आए विशेषज्ञ डॉक्टरों में इंडियन मेनोपॉज़ सोसाइटी से डॉ. आरती गुप्ता, डॉ. बिपाशा सेन एवं डॉ. रागिनी अग्रवाल सम्मिलित हैं। 

विदित हो कि यूरोगायनेकोलॉजी स्त्री रोग और प्रसूति विज्ञान का एक विशेष क्षेत्र है जो महिला पेल्विक चिकित्सा और पुनर्निर्माण सर्जरी से संबंधित है। इसके अंतर्गत कमजोर मूत्राशय या पेल्विक ऑर्गन प्रोलैप्स (मांसपेशियां कमजोर होने के कारण अंग का गिर जाना या लटक जाना) जैसी पेल्विक फ्लोर स्थितियों का निदान और उपचार करते हैं।

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