तिरपाल ढके वाहन के अंदर की जा रही थी मवेशियों की तस्करी, रैरूमाखुर्द पुलिस की घेराबंदी में वाहन छोड़ भागे मवेशी तस्कर…… फरार आरोपियों पर पशुक्रूरता के अंतर्गत अपराध हुआ दर्ज !

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समदर्शी न्यूज़ – रायगढ़

रायगढ़ : वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री सदानंद कुमार के दिशा निर्देशन एवं एडिशनल एसपी संजय महादेवा व एसडीओपी धरमजयगढ़ दीपक मिश्रा के मार्गदर्शन पर कृषक मवेशियों को दिगर प्रांत ले जाने वाले पशु तस्करों पर पुलिस निगाह रखे हुये है। विशेष कर थाना धरमजयगढ़, लैलूंगा और चौकी रैरूमाखुर्द पुलिस जिले के बार्डर आसपास के गांव एवं मुख्य मार्ग पर कार्यवाही के लिये  मुखबिर सक्रिय कर रखा गया है।

इसी क्रम में दिनांक 12 दिसंबर 2023 को चौकी प्रभारी रैरूमाखुर्द उपनिरीक्षक ऐनु कुमार देवांगन को मुखबिर से सूचना मिली थी कि ससकोबा जंगल में कुछ लोग लाल रंग के आईचर गाड़ी में कृषक मवेशियों को ठूंस-ठूंस कर भर कर बगैर दाना पानी दिए क्रूरतापूर्वक झारखंड बूचड़खाने ले जाया जा रहा है। मुखबिर सूचना की तस्दीकी और कार्रवाई के लिए चौकी प्रभारी अपने स्टाफ के साथ ससकोबा जंगल जाकर तस्करों की घेराबंदी किया गया। जहां पुलिस की घेराबंदी को देखकर आरोपी वाहन छोड़कर भाग गये। आईचर वाहन 01 ईडब्ल्यू 7855 में तिरपाल से ढक कर रखी हुई, 21 नग कृषक मवेशियों को रैरूमाखुर्द पुलिस द्वारा मुक्त कराकर उनके चारा पानी की व्यवस्था किया गया।

चौकी प्रभारी रैरूमाखुर्द पुलिस द्वारा आईचर वाहन जप्त कर वाहन के चालक और मालिक के विरूद्ध धारा 4, 6, 10 कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 के अंतर्गत अपराध दर्ज कर आरोपियों की पतासाजी में लिया गया है। इस प्रकरण की सम्पूर्ण कार्रवाई में चौकी प्रभारी रैरूमाखुर्द उपनिरीक्षक ऐनु कुमार देवांगन, प्रधान आरक्षक लक्ष्मी नारायण कैवर्त, प्रधान आरक्षक चिंतामणी कुर्रेआरक्षक जोन प्रकाश टोप्पो, आरक्षक तुलसी नाग की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। एसडीओपी धरमजयगढ़ दीपक मिश्रा के मार्गदर्शन पर रैरूमाखुर्द पुलिस द्वारा लगातार मवेशी तस्करों पर कार्यवाही की जा रही है।

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