जिला बिलासपुर आटो चालक शंकर शास्त्री की हत्या की गुत्थी 36 घंटे में सुलझी, आटो चालक ही निकला हत्यारा, पहचान ना हो सके इसलिए मुड़वाया अपना सिर, परिजनों ने भी शिनाख्ती में खाया धोखा

जिला बिलासपुर आटो चालक शंकर शास्त्री की हत्या की गुत्थी 36 घंटे में सुलझी, आटो चालक ही निकला हत्यारा, पहचान ना हो सके इसलिए मुड़वाया अपना सिर, परिजनों ने भी शिनाख्ती में खाया धोखा

December 29, 2023 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़, जांजगीर-चांपा : मामले की संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है:- कि शंकर शास्त्री उम्र 36 वर्ष निवासी दोमोहानी गांव ढेका बिलासपुर जो कि बिलासपुर रेल्वे स्टेशन के गेट नंबर 03 से सवारी लेकर जिले के विभिन्न जगहो पर छोड़ता था जिसका दिनांक 25-26.12.2023  दरमियानी रात चौकी पंतोरा  गुचगुलिया नाला के पास  रोड में सिर को पत्थर से कुचलकर अज्ञात आरोपी द्वारा हत्या कर दी गई तथा आटो को पल्टाकर दुर्घटना का रूप दिया गया कि रिपोर्ट पर चौकी पंतोरा में मर्ग कायम कर जांच पंचनामा कार्यवाही में लिया जाकर अपराध कमांक 420/23 धारा 302 भा.द.वि. कायम कर विवेचना कार्यवाही में लिया गया

विवेचना दौरान आटो चालक द्वारा दिनांक 25.12.23 कि रात्रि 19:35 बजे बिलासपुर रेल्वे स्टेशन से एक यात्री को लेकर जाता शीशी टीवी फुटेज में दिखाई दिया जिसका बिलासपुर शहर के जगहो में लगे शीशी टीवी फुटेज को देखने पर आटो चालक बाप जी पार्क के एसबीआई एटीएम में पैसे निकालते हुए 20:04:00 बजे वसुंधरा नगर महाराणा प्रताप चौक स्थित शासकीय शराब दुकान में 20:14:58 बजे शराब लेता दिखाई दिया इसके बाद महिमा कॉम्प्लेक्श व्यापार बिहार रोड में 20:22:00 बजे , बाराखोली चौक20:28 :00बजे,तोरवा थाना चौक मे 20:35:54 बजे , मोपका सीपत मे 21:23:00 बजे , कुली मे 21:48:00 बजे , बलौदा से 22:02:00 बजे अंततः खिसोरा शीशी फुटेज में22:26:00 बजे दिखाई दिया तथा यात्री द्वारा अपने फोन पे से आटो चालक शंकर शास्त्री के फोन पे में रु 210/- ट्रांसफर किया गया जिस नंबर से ट्रांसफर किया गया था उसकी जानकारी फोन पे से जानकारी लेने पर मोबाईल धारक चुरामन साव पिता स्व. श्यामलाल साव निवासी गुंजरडीह थाना नावाडीह जिला बोकारो (झारखण्ड) से ट्रांसफर होना ज्ञात हुआ जिसका तकनीकी द्वारा कोरबा में होना पता चलने पर तत्काल जिला साइबर टीम को कोरबा रवाना किया गया कोरबा पुलिस कि सहायता से कोरबा जिले में पतासाजी पर पुराना बस स्टैण्ड स्थित ज्योति लॉज में रूकना ज्ञात होने पर ज्योति लॉज में पूछने पर दिनांक 27.12.2023 की सुबह 10:00 बजे चेकआउट होना बताया रजिस्टर चेक करने पर चुरामन साव अपने पता के अलावा मोबाईल में शंकर शास्त्री का मोबाईल नंबर  लेख मिला उपरोक्त व्यक्ति का मोबाईल नंबर लगातार बंद होने से प्रबल संदेही होने की आशंका पर तेजी से पतासाजी किया गया जो दिनांक 28.12.23 को कोरबा रेल्वे स्टेशन में मिला जिससे गहन पूछताछ करने पर स्वंय( ऑटो चालक) शंकर शास्त्री पिता स्व. जगजीवन शास्त्री उम्र 36 वर्ष निवासी साकिन नवापारा गणेश नगर सिरगिट्टी हाल मुकाम ढेका थाना तोरवा जिला बिलासपुर (छ.ग.) का होना बताया जिससे पूछताछ पर उसने बताया कि मृतक चूरामन साव से उसका मोबाइल ₹3500 में खरीदा था, पैसे एसबीआई एटीएम से निकाल कर दिया था उसके लिए शराब भट्टी से शराब तथा  चकना दुकान से ₹210 का चकना लाया था जिस हेतु ₹210 उसने उसे फोन पर किया था, फिर महिमा कॉम्प्लेक्स होते हुये तोरवा थाना चौक से निकल कर मोपका, सीपत, कुली से बलौदा होते हुये लगभग 10:30 बजे खिसोरा गांव से थोड़ी ही दूर मे इसका आटो भुक-भूक करके रूक गया  उतर कर चेक किया उसी समय सामने तरफ से तीन सवारी बैठे पास से मोटर सायकल गुजरा तो मोटरसाइकिल को रोकवाया और आटो को बनाने के लिये मिस्त्री पूछा तब वे लोग बोले रात हो गया है मिस्त्री कल मिलेगा आगे मत जाओ आगे जंगल है यही गांव में रूक जाओं बोलकर वे लोग चले गये तब  आटो को पंप मारा और पुनः चालू किया तो आटो चालू हो गया आगे रास्ते में बढ़ा लगभग डेढ़ कि.मी. चलने के बाद आटो फिर से बंद हो गया तब आटो में बैठे व्यक्ति को जो कि सो गया था नीचे उतरने को बोला वह गहरी नींद में था  उसका पैर पकड़कर गुस्से से जोर से खीचा वह सोये स्थिति में सीधे नीचे रोड पर गिर गया तथा उसके सिर से खून बहने लगा जिसे देखकर इसे लगा कि वह व्यक्ति मर गया तब  उसकी टी-शर्ट, और उसका पेंट को निकालकर अपना पहना हुआ टी शर्ट व अपना लोवर निकालकर उसको पहना दिया तथा अपने जूते निकालकर आटो में डाल दिया और आटो को पल्टा दिया तथा उसके पहने टी शर्ट व उसके बैग में रखे एक काले रंग का फुलपेंट को पहन लिया फिर वहीं रोड के किनारे पड़े एक बड़े से पत्थर से उसके सिर में दो बार पटक कर उसके चेहरे को कुचल कर उसकी हत्या कर दिया ताकि उसको कोई पहचान न सके और वहीं पर एक पाव देशी प्लेन शराब को पीया और शीशी को वहीं पर छोड़ दिया और अपना मोबाईल उसके शरीर के पास रख दिया ताकि लोग यह समझ की ऑटो चालक शंकर शास्त्री का एक्सीडेंट हो गया है, और वह खत्म हो गया है, ऑटो चालक स्वयं  जंगल के रास्ते पंतोरा चौकी के पीछे से रोड में आ गया और रोड में चलने वाले ट्रक को हाथ दिया और उसमें बैठकर कोरबा चला गया तथा कोरबा में पुराना बस स्टैण्ड के पास एक पीपल पेड़ के नीचे सुबह 09:00 बजे तक बैठा रहा फिर अपना पहचान छुपाने के लिये वहीं पास के सेलून में जाकर अपना सिर मुंडन करा लिया फिर ज्योति लॉज में एक रूम किराये में लिया जिसमें अपना नाम बैग से आधार कार्ड निकालकर चुरामन साव पिता स्व. श्यामलाल साव ग्राम बुँगा, ग्राम पोस्ट गुजरडीह थाना नवाडीह बोकारो लिखा होटल वाले ने मोबाईल नंबर पूछा तो  अपना मोबाईल नंबर लिखाया दिनभर रूम में पड़े रहने के बाद शाम को बाहर निकलकर चाय पिया और लॉज वापस आकर रात्रि में लॉज के कमरे में सो गया। दिनांक 27.12.2023 कि सुबह लगभग 10:00 बजे रूम छोड़कर चुरामन साव जिसको  दिनांक 25.12. 23 कि रात्रि लगभग 11:00 बजे हत्या कर उसका बैग में रखे समान लेकर आ गया था बैग को लेकर कोरबा में ही घूमता रहा जिसके द्वारा जुर्म स्वीकार करने पर विधि सम्मत कार्यवाही करते हुये आरोपी शंकर शास्त्री उम्र 36 वर्ष निवासी साकिन नवापारा गणेश नगर सिरगिट्टी हाल मुकाम ढेका थाना तोरवा जिला बिलासपुर (छ.ग.) का होना बताया जिससे पूछताछ कर मेमोरण्डम कथन दर्ज कर ज्युडिसियल रिमाण्ड पर भेजा गया। चुरामन साव की शव जिसे शंकर शास्त्री का शव होने से भाटापारा जिला बलौदाबाजार-भाटापारा में दफनाया गया है जिसे उसके परिजनो से शिनाख्दगी बाद विधिवत् कार्यवाही की जावेगी।

आरोपी शंकर शास्त्री से उसके स्वयं का आधार कार्ड,मृतक का आधार कार्ड,₹1380 नगद मृतक के दो नग मोबाइल एवं उसकी सिम, घटना के समय पहने कपड़े, एक बैग जिसमें अन्य कपड़े तथा सामग्री

चौकी पंतोरा थाना बलौदा में अपराध क्रमांक 420/ 2023 धारा 302, 201, 419 भा.दं.वि. कायम कर की जा रही है विवेचना

उपरोक्त संपूर्ण कार्यवाही में सायबर सेल के निरीक्षण प्रवीण कुमार द्विवेदी, उप निरी. पारस पटेल, सउनि. मुकेश पाण्डेय, प्र.आर. विवेक सिंह, राजकुमार चंन्द्रा, बलवीर सिंह, आरक्षक रोहित कहरा, गिरीश कश्यप, थाना प्रभारी बलौदा उप निरी. मनोहर सिन्हा, चौकी प्रभारी पंतोरा दिलीप सिंह, आरक्षक शहबाज खान, नंद कुमार पटेल, कोरबा सायबर सेल के उप निरी. नवीन पटेल, सउनि. अजय सोनवानी, आरक्षक रवि चौबे, चन्द्रकांत गुप्ता का विशेष योगदान रहा।