शाकम्बरी सामाजिक कार्यक्रम में धारदार हथियार दिखाकर अशांति फैलाने वाले एक आरोपी साहित पांच अपचारी बालकों के विरूद्ध पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही, आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर एवं अपचारी बालकों को भेजा गया बाल संप्रेक्षण गृह, वारदात में प्रयुक्त धारदार हथियार जप्त !
January 29, 2024एक आरोपी के साथ पांच विधि से संघर्ष बालकों के विरूद्ध धारा – 294, 506, 427, 34 भादवि, 25,27 आर्म्स एक्ट में आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर एवं अपचारी बालकों को बाल संप्रेक्षण गृह भेजा गया.
गिरफ्तार आरोपी कुणाल पिल्ले उर्फ कल्लन थाना कोनी में गुण्डा बदमाश की सूची में है शामिल, पूर्व में हत्या, चोरी, बलवा एवं मारपीट के 05 प्रकरण में हुआ है गिरफ्तार.
नाम आरोपी – कुनाल पिल्ले उर्फ कल्लन उर्फ मोनू पिता राजू पिल्ले उम्र 24 वर्ष एवं 05 अपचारी बालकों सभी साकिनान बडी कोनी, थाना कोनी, जिला बिलासपुर(छ.ग.)
समदर्शी न्यूज़ – बिलासपुर : प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 27 जनवरी 2024 से पटेल समाज की कुल देवी मां शाकम्भरी देवी की मूर्ति विर्सजन बडी कोनी पटेल मोहल्ला में की जा रही थी, जिनका पूजा-पाठ के पश्चात शाम करीबन 05:00 बजे विसर्जन का सामाजिक कार्यक्रम हो रहा था। कार्यक्रम के दौरान कुणाल पिल्ले उर्फ कल्लन पिता राजू पिल्ले एवं 05 अपचारी बालक निवासी सभी बडी कोनी के आकर डांस करने के नाम पर मां-बहन की अश्लील गाली-गलौच करने लगे, समझाने पर उग्र होकर लोहे का चापड़, धारदार फरसानूमा हथियार लेकर तथा हाथ-मुक्का से लोगों से झुमा-झटकी करने लगे।
जिसकी पटेल समाज के द्वारा थाना में आकर लिखित आवेदन देकर रिपोर्ट दर्ज कराई गई। थाना कोनी पुलिस के द्वारा आरोपीगण का थाना के आसपास घूमते पाये जाने पर तत्काल पुलिस हिरासत में लिया गया, थाना में लाकर आरोपियों से पूछताछ की गई। जिनमें से 05 अपचारी बालक होने का पता चला, जिनके विरूद्ध धारा – 294, 506, 427, 34 भादवि 25, 27 आर्म्स एक्ट के अंतर्गत कार्यवाही कर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर तथा 05 विधि से संघर्षरत बालकों को किशोर न्याय बोर्ड में पेश कर बाल संप्रेक्षण गृह भेजा गया है।
इस प्रकरण की सम्पूर्ण कार्यवाही में नगर पुलिस अधीक्षक सिटी कोतवाली श्रीमति पूजा कुमार (भापुसे) के निर्देशन पर थाना प्रभारी कोनी निरीक्षक गोपाल सतपथी, सहायक उपनिरीक्षक सुरेन्द्र तिवारी, प्रधान आरक्षक संतोष सिह, प्रधान आरक्षक सिद्धार्थ पाण्डेय, प्रधान आरक्षक रामशंकर पैकरा, आरक्षक चन्द्रशेखर सिह, आरक्षक विकास श्रीवास, आरक्षक चन्द्रशेखर मरकाम, आरक्षक रामायण राजपूत, आरक्षक रामकिशन सिदार, आरक्षक जितेन्द्र मिश्रा, आरक्षक सूरज कुर्रे, आरक्षक संतोष ठाकुर, आरक्षक अंकित जायसवाल, आरक्षक रोहित कौशिक, आरक्षक दुर्गेश यादव, आरक्षक आशीष शर्मा का सराहनीय योगदान रहा है।