नारी सम्मान की फिक्र करना एक नया पाखंड है : भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष शालिनी राजपूत का अलका लांबा के बयान पर तीखा हमला

नारी सम्मान की फिक्र करना एक नया पाखंड है : भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष शालिनी राजपूत का अलका लांबा के बयान पर तीखा हमला

January 29, 2024 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़, रायपुर : भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत ने महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लाम्बा के बयान पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ में अपने शासनकाल में कदम-कदम पर महिलाओं के साथ विश्वासघात, छलावा, उपेक्षा, अपमान, बलात्कार और हिंसा की अंधी गली में धकेलने वाली कांग्रेस का अब अचानक नारी सम्मान की फिक्र करना एक नया पाखंड है। श्रीमती राजपूत ने कहा कि छत्तीसगढ़ ही नहीं, पूरा देश कांग्रेस के राजनीतिक चरित्र को भलीभाँति समझ चुका है।

भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती राजपूत ने कहा कि अलका लांबा का यह कहना कि लोकसभा और राज्य में होने वाले चुनाव नारी के सम्मान में लड़े जाएंगे, केवल जुमलेबाजी है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश का चुनाव ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूँ’ नारे के साथ लड़ी, लेकिन उनका यह जज्बात तब कहाँ चला जाता है, जब उनकी ही पार्टी की सदस्य अर्चना गौतम को प्रियंका गांधी के पीए संदीप बेइज्जत करते हैं। अलका लांबा में अगर हिम्मत है तो अर्चना गौतम, जो पिछले सालभर से अपने सम्मान की लड़ाई लड़ रही हैं, को पहले न्याय दिलाएँ। श्रीमती राजपूत ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता ने देखा है कि कैसे पिछले 5 वर्ष में कांग्रेस की भूपेश सरकार ने अपनी धन पिपासा के लिए महिलाओं की सम्मान की जगह अवैध शराब को अपनी आय का जरिया बनाया। कांग्रेस शासनकाल में रक्षाबंधन के दिन बहन से सामूहिक बलात्कार हो जाता है, शिक्षक दिवस के दिन शिक्षिका से सामूहिक बलात्कार हो जाता है और तब महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष न तो छत्तीसगढ़ का दौरा करती हैं, न ही छत्तीसगढ़ के बारे में कुछ बोलती हैं। और तो और, प्रियंका गांधी तक कुछ नहीं बोलतीं। आज फिर विपक्ष में होने के कारण कांग्रेस के लोग मौसमी मेढ़क के समान टर्राने लगे हैं।

इसी प्रकार भाजपा प्रवक्ता एवं पूर्व विधायक श्रीमती रंजना साहू ने कहा कि भाजपा सच्चे अर्थों में महिला-सम्मान की फिक्र करने वाली पार्टी है। भाजपा सदैव महिलाओं का सम्मान करती है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है कि संसद में 33% महिला आरक्षण का विधेयक हमने पारित कराया। श्रीमती साहू ने अपने बयान में अलका लांबा स्वयं बहानेबाजी करके भी स्वीकार कर रही हैं कि सब तरफ भाजपा की महिलाएँ दिख रही हैं।