वित्तीय वर्ष 2024-25 के अनुदान मांगों पर चर्चा करते हुए विधायक गोमती साय ने रखी जशपुर जिला के पत्थलगांव में आदिवासी क्रीड़ा परिसर और शहीद वीर नारायण सिंह स्मारक संग्रहालय के स्थापना की मांग
February 22, 2024समदर्शी न्यूज़, जशपुर : विधानसभा सत्र में विधायक गोमती साय द्वारा अनुदान मांग पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री को बधाई देते हुए कहा कि आदिमजाति विकास अनुसूचित जाति विकास एवं पिछड़ा वर्ग, अल्प संख्यक,कृषि विकास, किसान कल्याण संबधी अनुदान मांगो पर चर्चा करने व सहयोग करने के लिए खड़ी हुई हूं। सभापति महोदय ये दोनो ही विषय कृषि और जनजाति मेरे दिल के बहुत करीब का विषय है जनजातीय वर्ग के विकास कार्य के लिए ये बजट बहुत ही कारगर साबित होगा ।हमारे छत्तीसगढ़ वासियों के लिए हमारी सरकार राज्य के सामाजिक ,आर्थिक ,सांस्कृतिक रूप से सशक्त करने के लिए दृढ संकल्पित है इस बजट मे प्रयाप्त राशि हैं जो की छत्तीसगढ़ में शिक्षा की दृष्टि से जनजातीय विकास के लिए प्रयाप्त है।
रायगढ़ में आवासीय विद्यालय खोला गया है जो की आर्थिक दृष्टि से कमजोर परिवार के बच्चो है जो की आगे की पढ़ाई के लिए असक्षम है उनके लिए आवासीय विद्यालय होना आवश्यक है जिसके लिए इस बजट मे प्रावधान भी है। बलरामपुर में 100सिटर आदिवासी क्रीड़ा परिसर की स्थापना तथा भवन निर्माण के लिए 3करोड़ 10लाख का बजट दिया गया है जिसके लिए मैं माननीय मुख्यमंत्री और मंत्री जी का आभार प्रकट करती हूं।और मैं भी इसी विषय पर मांग रखती हूं की मेरे विधानसभा क्षेत्र पत्थलगांव एक आदिवासी बाहूल्य क्षेत्र हैं बलरामपुर जिले के साथ साथ जशपुर जिला पत्थलगांव में भी इसकी स्थापना हो जाए तो बहुत ही कृपा होगी क्यों की पढ़ाई के साथ साथ क्रीड़ा खेल कूद का होना भी आवश्यक है शिक्षा व खेल के माध्यम से शारीरिक और मानसिक विकास के साथ साथ सामाजिक विकास होता है इसलिए मैं आदिवासी क्रीड़ा परिसर की मांग करती हूं आदिवासी जनजाति वर्ग के विकास के लिए उनकी कला संस्कृति परंपरा भाषा पहनाव बोली रहन सहन एवं विभिन्न वर्गो समुदाय के घर कैसे होते हैं ये सब की जानकारी के लिए शहीद वीर नारायण सिंह स्मारक संग्रहालय की स्थापना होना जरूरी है इसलिए मैं बस्तर और सरगुजा जिले में संग्रहालय स्थापना की भी मांग करती हूं।
सभापति महोदय हमारे सरकार के बजट में नर्सिंग कॉलेज, नर्सिंग पाठयक्रम,निशुल्क अध्ययन सुविधा योजना इस बजट मे लिया गया है तथा हॉस्पिटालिटी को भी शामिल किया गया जिसमे बच्चे पढ़ लिख सके जिससे विधार्थियो में बौद्धिक विकास के साथ साथ आर्थिक विकास भी हो सके जिससे लिए बजट मे प्रावधान किया गया है।।