धर्मांतरण की घटनाओं से शांतीप्रिय जशपुर जिले के वातावरण को आंदोलित करने का हो रहा प्रयास निंदनीय, कांग्रेस सरकार बनने के बाद धर्मांतरण के मामले बढ़े – कृष्णा राय

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बगीचा क्षेत्र में धर्मांतरण के मामले से अंचल में हिन्दू संगठनों में रोष, धर्मांतरण पर कड़ी रोक लगाने कर रहे मांग

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,

जशपुर. छत्तीसगढ़ में कॉंग्रेस की सरकार बनने के बाद से मिशनरी संस्थाओं के द्वारा सुनियोजित ढंग से धर्मान्तरण के प्रयास लगातार किये जा रहे हैं। सरल सहिष्णु प्रदेश वासियों को ईसाई मिशनरियों द्वारा धर्मातंरण के लिए बरगलाने, उकसाने की खबरें लगातार मिल रही हैं।

छल-कपट ही नहीं बल्कि कथित पूर्णतः अवैज्ञानिक चंगाई सभा का सहारा ले रहे हैं। प्रदेश की मीडिया में इस तरह की खबरें रोज ही छप रही हैं। प्रदेश की कॉंग्रेस सरकार के द्वारा मिल रहे संरक्षण से इन मिशनरियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि इन लोगों ने शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी के जशपुर जिले के ग्रामपंचायत पसिया के ग्राम घुटरी  स्थित आश्रम से लगभग 300 मीटर दूरी पर चंगाई सभा का सुनियोजित आयोजन कर धर्मान्तरण का प्रयास किया, जिसे स्थानीय हिन्दू धर्मरक्षकों की जागरूकता और सक्रियता ने विफल कर दिया। 

उक्त बातें बताते हुए भारतीय जनता पार्टी के बिलासपुर सम्भाग के संगठन प्रभारी एवं वरिष्ठ भाजपा नेता कृष्ण कुमार राय ने कहा कि शंकराचार्य  स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती जी महाराज दो मठों द्वारकामठ और ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य हैं। हम उन्हें भगवान शिव का अवतार मानते हैं। स्वामी जी उस गांव के किसान भी हैं। उनके आश्रम के समीप इस तरह का मिशनरियों का आयोजन सुनियोजित है। उन्होंने पूरे हिन्दू समाज को एक चुनौती दी है, कि हम स्वामी जी के आश्रम, उनके गांव तक भी इस तरह का कार्य कर सकते हैं।

श्री राय ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि मिशनरियों के द्वारा जानबूझ कर धर्मान्तरण के लिए  ऐसी जगहों का चुनाव किया जाता रहा है, जिससे अगर सफल हो जाएं तो इसका उपयोग धर्मान्तरण में एक अस्त्र के रूप में किया जा सके। इसी तरह का एक कुत्सित प्रयास 1980 में भी मिशनरियों ने किया था। हिन्दू धर्म रक्षक स्व. बोखो सरदार ने अपने ग्राम में ईसाई मिशनरियों के धर्मान्तरण  के प्रयास को कभी सफल होने नहीं दिया था। इसलिए उनका ग्राम ईसाई मिशनरियों के निशाने पर था।  स्व. बोखो सरदार के  स्वर्गवास के बाद  ईसाई मिशनरियों ने उनके ग्राम भीतघरा  में चंगाई सभा, हमारे  हिन्दू धर्म के देवी-देवताओं, धर्मग्रंथों के सम्बंध में मनगढ़ंत भ्रामक बातें कहकर धर्मान्तरण का प्रयास किया था। मिशनरियों के द्वारा किये जा रहे कार्यों और गतिविधियों की जानकारी मिलने पर स्व. कुमार दिलीप सिंह जूदेव ने जशपुर से भीतघरा तक कि पदयात्रा की थी और उनके नेतृत्व में  व्यापक जनजागरण कार्यक्रम चलाया गया था।  तब जाकर क्षेत्र में शांतिपूर्ण वातावरण बन सका था।

कृष्ण कुमार राय ने आगे कहा कि स्वामीजी के आश्रम और गांव के समीप मिशनरियों के इस घृणित आयोजन से लोगों में अत्यधिक आक्रोश है। मिशनरियों की चुनौती से उत्पन्न  परिस्थिति पर विचार-विमर्श करने और आगे की रणनीति तय करने के लिए भारतीय जनता पार्टी की आवश्यक बैठक 24 दिसम्बर 2021 को जशपुर में आयोजित की जा रही है। हम मिशनरियों की चुनौती का डटकर सामना करेंगे और मुझे विश्वास है कि हम सब पहले की तरह ही इस बार भी उनके दुष्चक्र को कभी सफल होने नहीं देंगे। मिशनरी संस्थाएं इस भ्रम में न रहें कि कॉंग्रेस की सरकार का उन्हें  संरक्षण हासिल है, इसलिये शासन-प्रशासन उनका साथ देगा। जिला प्रशासन से आग्रह है कि ग्राम घुटरी के समीप गठित इस घटना में शामिल लोगों की पहचान करके सख्त कानूनी कार्यवाही करें, जिससे क्षेत्रवासियों को यह महसूस हो कि प्रदेश में किसी भी वर्ग विशेष को प्रशासनिक संरक्षण प्राप्त नहीं है।

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