मंत्री चौबे ने बता दिया, परसा कोल ब्लॉक में खनन की अनुमति नहीं दिए जाने के पीछे प्रदेश सरकार की ओछी मंशा काम कर रही : भाजपा

मंत्री चौबे ने बता दिया, परसा कोल ब्लॉक में खनन की अनुमति नहीं दिए जाने के पीछे प्रदेश सरकार की ओछी मंशा काम कर रही : भाजपा

December 22, 2021 Off By Samdarshi News

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सिंहदेव ने कहा- प्रदेश सरकार के प्रवक्ता व मंत्री चौबे के बयान से यह पूरी तरह साफ़ हो गया है कि लेमुरु प्रोजेक्ट का तो सिर्फ़ बहाना है, असल विरोध कोल ब्लॉक खनन की ठेकेदार कम्पनी को लेकर है

कोयला उत्खनन की अनुमति देने से प्रदेश सरकार को ऐतराज नहीं है और सिर्फ़ कम्पनी को लेकर आपत्ति है तो फिर प्रदेश सरकार में बैठे लोग दुनियाभर की सियासी नौटंकियाँ और लफ़्फ़ाजियाँ किसलिए कर रहे हैं ?

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,

रायपुर, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में राजस्थान पॉवर कम्पनी को आवंटित परसा कोल ब्लॉक में छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार द्वारा खनन की अनुमति नहीं दिए जाने के पीछे कांग्रेस की ओछी मंशा काम कर रही है, यह प्रदेश सरकार के प्रवक्ता व मंत्री रवींद्र चौबे ने अपने बयान से साफ़ कर दिया है। श्री सिंहदेव ने कहा कि एक परिवार के प्रति अपनी स्वामीभक्ति दिखाकर खु़द को अव्वल दिखाने की होड़ में जनहित और जन-सुविधाओं को भी कांग्रेस के लोग किस तरह ताक पर रखकर काम कर रहे हैं, कोल ब्लॉक खनन की अनुमति नहीं देना इसका शर्मनाक उदाहरण है।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री सिंहदेव ने कहा कि हर बार चिठ्ठियों का ज़वाब नहीं देने की बात कहकर केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ मिथ्या प्रलाप करती प्रदेश की कांग्रेस सरकार इस बार ख़ुद राजस्थान की कांग्रेस सरकार की चिठ्ठियों का ज़वाब नहीं देने के मामले में घिर गई है और राजस्थान सरकार द्वारा इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को की गई शिकायत ने छत्तीसगढ़ सरकार की बदनीयती को बेनक़ाब कर दिया है। श्री सिंहदेव ने कहा कि प्रदेश सरकार के प्रवक्ता व मंत्री चौबे के बयान से यह पूरी तरह साफ़ हो गया है कि लेमुरु प्रोजेक्ट का तो सिर्फ़ बहाना है, असल विरोध कोल ब्लॉक खनन की ठेकेदार कम्पनी को लेकर है। मंत्री चौबे ने कहा है कि राजस्थान सरकार ने कोयला उत्खनन का ठेका जिस कम्पनी को दिया है, उसे लेकर छत्तीसगढ़ सरकार को आपत्ति है। श्री सिंहदेव ने कहा कि अडाणी के ख़िलाफ़ कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और उनके सिपहसालार जिस तरह की बयानबाजी करते हैं, छत्तीसगढ़ की सरकार ने ख़ुद को चापलूसी करके कांग्रेस के ‘शहज़ादे’ और ‘परिवार’ की नज़र में अव्वल साबित करने के लिए इसे एक अवसर के तौर पर इस्तेमाल करने का शर्मनाक उपक्रम किया है।

भाजपा प्रदेस प्रवक्ता श्री सिंहदेव ने कहा कि ग्राम सभा कराके आदिवासियों के विरोध और लेमुरु प्रोजेक्ट की आड़ लेकर प्रदेश सरकार इस मामले में अपनी बदनीयती छिपाने के लाख जतन करती रही, लेकिन पूरा मामला और छत्तीसगढ़ सरकार की ओछी मंशा सामने आ ही गई। श्री सिंहदेव ने कहा कि मंत्री चौबे के बयान से यह बात आईने की तरह साफ़ हो गई है कि प्रदेश सरकार को कोल ब्लॉक के उत्खनन से नहीं, उस काम को करने वाली कम्पनी से ऐतराज़ है और इसके लिए जनता की सुविधा को ही ताक पर रखने से बाज नहीं आ रही है। श्री सिंहदेव ने कहा कि कोयला उत्खनन की अनुमति देने से प्रदेश सरकार को ऐतराज नहीं है और सिर्फ़ कम्पनी को लेकर आपत्ति है तो फिर प्रदेश सरकार में बैठे लोग दुनियाभर की सियासी नौटंकियाँ और लफ़्फ़ाजियाँ किसलिए कर रहे हैं? मंत्री चौबे कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से चर्चा करेंगे और फिर सोनिया गांधी जैसा निर्देश करेंगी, वैसा किया जाएगा; इसके क्या मायने हैं? श्री सिंहदेव ने यह सवाल भी किया कि क्या एक राजनीतिक दल की मुखिया दो राज्य सरकारों के बीच के मसले पर केंद्र सरकार की व्यवस्था तोड़कर अपनी मर्जी चलाने का अधिकार रखती हैं? क्या यह केंद्र सरकार के फैसले के बाद जनहित और सुविधाओं पर राजनीतिक प्रतिशोध की भावना के चलते डाका डालने जैसा कृत्य नहीं है?