पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रेस वार्ता पर भाजपा की प्रतिक्रिया : अभियुक्त का सार्वजनिक बयान चोर की दाढ़ी में तिनका जैसा : मूणत

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समदर्शी न्यूज़, रायपुर : भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता, विधायक राजेश मूणत ने कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर मुकदमा दर्ज होने और उस पर अभियुक्त बघेल द्वारा प्रेस में दी गयी अपनी प्रतिक्रिया पर कहा है कि उन्हें जो भी कहना है, संबंधित एजेंसी या कोर्ट में कहना कहें। प्रेस में अनाप-शनाप बोलने से कोई लाभ नहीं होगा। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री का दिया गया सार्वजनिक बयान चोर की दाढ़ी में तिनका जैसा ही है।

श्री मूणत ने कहा कि सोश्यल मीडिया पर घूम रही प्राथमिकी के दो पन्ने पर अपनी भड़ास निकालने से बेहतर है कि अभियुक्त उचित माध्यम से मूल कॉपी प्राप्त कर न्यायिक प्रक्रिया का सामना और सम्मान करें।

अपनी त्वरित प्रतिक्रिया में उन्होंने कहा कि किसी भी सस्पेक्ट या अभियुक्त पर जांच एजेंसियों की कारवाई नियमित प्रक्रिया का हिस्सा है।  कानून किसी के कद या पद के आधार पर भेदभाव नहीं करता। न ही इसका कोई राजनीतिक अर्थ है। चुनाव आदि से भी इसका कोई संबंध नहीं है।

श्री मूणत ने कहा कि कानून अपना काम करेगा जांच एजेंसियां अपना काम कर रही है। वे गुण-दोष के आधार पर निर्णय लेने स्वतंत्र है।

उन्होंने आगे कहा कि जहां तक महादेव ऐप का विषय है, तो कांग्रेस के समय से ही इसकी जांच प्रक्रिया प्रारंभ हुई थी, ऐसा तब की कांग्रेस सरकार का भी दावा था। अब जब कारवाई आगे बढ़ी हैं, तो कांग्रेस के पेट में दर्द होना साबित करता है कि सारी दाल ही उसकी काली है।

श्री राजेश मूणत ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता की गाढ़ी कमाई को लूट कर इसका हिस्सा कहां तक पहुंचता था, यह अभियुक्तों के वीडियो से भी सामने आया ही था। उन्होंने कहा कि अभियुक्तों ने अलग-अलग माध्यमों से जो भी कहा है, उसमें से अनेक तथ्य सार्वजनिक हो चुके हैं। आज भी गूगल पर 508 करोड़ टाइप करने पर बड़े अभियुक्त का काला चिट्ठा सामने आ जाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा प्रदेश के युवाओं से की गयी यह ठगी और लूट बर्दाश्त के काबिल नहीं है। जो भी इसके दोषी हों, चाहे वे कितने भी बड़े हों, उन पर कारवाई होनी ही चाहिए। मूणत ने कहा कि छत्तीसगढ़ महतारी को लूट कर अपने आका का एटीएम बन चुके लोगों को बेनकाब होना ही चाहिये।

श्री मूणत ने कहा कि  छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के पतन के साथ ही सुशासन लौट आया है, कानून भी अपना काम कर रहा है। भगवान का नाम लेकर धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश, विश्वासघात और जालसाजी रचने वालों पर पर महादेव का प्रकोप बरसना तय है।

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