सरगुजा पुलिस द्वारा ‘ऑपरेशन विश्वास’ के अंतर्गत प्रकरण के आरोपियों की धरपकड़ एवं गिरफ्तारी की कार्यवाही जारी : नाबालिग पीड़िता से दुष्कर्म के मामले में एक आरोपी गिरफ्तार, न्यायिक अभिरक्षा में किया गया है जेल दाखिल.
April 6, 2024आरोपी पीड़िता को बहला-फुसलाकर जबरन करता रहा दुष्कर्म, नाबालिग पीड़िता हुई एक बच्चे की मां.
अपह्ता की बरामदगी के उपरांत आरोपी के विरूद्ध दुष्कर्म का मामला दर्ज. आरोपी द्वारा नाबालिग पीड़िता को बहला-फुसलाकर किया गया अपहरण.
थाना कोतवाली पुलिस द्वारा मामले में की गई कड़ी कार्यवाही.
समदर्शी न्यूज़ – अंबिकापुर : सरगुजा पुलिस द्वारा ‘ऑपरेशन विश्वास’ के अंतर्गत प्रकरण के आरोपियों की धरपकड़ एवं गिरफ्तारी कार्यवाही त्वरित और तेजी से की जा रही है। ताकि आपराधिक गतिविधियों पर रोकथाम की जा सके। इसी क्रम में थाना कोतवाली पुलिस द्वारा नाबालिग पीड़िता के साथ दुष्कर्म के मामले में सख्त कार्यवाही करते हुए आरोपी की गिरफ्तारी की गई है।
प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले का विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 23 सितंबर 2023 को पीड़िता के पिता द्वारा इस आशय की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि उसकी नाबालिग लड़की दिनांक 20 सितंबर 2023 को रात्रि साढ़े नौ बजे घर से बिना बताये कहीं चली गई है, आस-पड़ोस एवं रिश्तेदारों में पता-तलाश किया, जिसका किसी प्रकार का पता नहीं चला। शंका के आधार पर नाबालिग लड़की को किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा बहला-फुसलाकर भगाकर ले जाना बताया गया। जिसपर से सदर धारा का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। विवेचना में अज्ञात आरोपी एवं अपह्ता की पता-तलाश करने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा था, किन्तु किसी प्रकार की जानकारी नहीं मिलने के कारण सफलता हासिल नहीं मिल पा रही थी।
लम्बे समय बाद पुलिस के अथक प्रयास के बाद अंततः दिनांक 05 अप्रैल 2024 को अपह्ता को आरोपी प्रियांशु के कब्जे से विधिवत् रूप से बरामद किया गया। बरामदगी उपरांत गवाहों के समक्ष नाबालिग पीड़िता से विस्तृत पूछताछ की गई, पीड़िता और आरोपी एक-दूसरे से जान-पहचान होने से बातचीत हुआ करता था, पीड़िता को बहला-फुसलाकर शादी करने का झांसा देकर कई बार दुष्कर्म को अंजाम दिया गया और पीड़िता को माह सितम्बर 2023 में अम्बिकापुर से बाहर भगाकर ले गया। वहां जाकर दोनों पति-पत्नी की भांति रहकर दुकानों में काम कर गुजारा करते थे, उस दौरान पीड़िता गर्भवती होने से उसका एक पुत्र हुआ है। बरामदगी उपरांत पीड़िता-गवाहों के कथन, परीक्षण इत्यादि के आधार पर आरोपी प्रियांशु कश्यप के विरूद्ध अपराध सबूत पाये जाने से वैधानिक कार्यवाही/गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल दाखिल किया गया है।
इस प्रकरण के आरोपी की धरपकड़/गिरफ्तारी में उपनिरीक्षक रंभा साहू, आरक्षक शिवमंगल सिंह, महिला आरक्षक शांति लकड़ा इत्यादि कर्मचारियों की भूमिका महत्वपूर्ण रही है।