धोखाधड़ी : साथी ग्रामीण के बैंक खाते में अपना मोबाइल नंबर देकर दोस्त ने निकाले 1.66 लाख रूपये….. ग्रामीण की शिकायत पर तमनार पुलिस द्वारा आरोपी को गिरफ्तार कर धोखाधड़ी के अपराध में न्यायिक रिमांड पर भेजा गया जेल….!
April 8, 2024आरोपी वासुदेव चौहान के विरुद्ध धोखाधड़ी का अपराध क्रमांक 114/2024 धारा 420 भादवि किया गया है पंजीबद्ध.
समदर्शी न्यूज़ – रायगढ़ : कल दिनांक 07 अप्रैल 2024 को थाना तमनार में ग्राम रोडोपाली निवासी करमानंद राठिया (40 साल) द्वारा उसके बैंक खाते से ₹1,66,000/- रूपये को उसके परिचित गांव के वासुदेव चौहान द्वारा धोखाधड़ी से अपने खाते में ट्रांसफर कर हड़प लिए जाने का वेदन देकर शिकायत की गई है। आवेदन पर त्वरित कार्यवाही करते हुए थाना प्रभारी तमनार निरीक्षक आशीर्वाद राहटगांवकर द्वारा आरोपित वासुदेव चौहान पर धोखाधड़ी का अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी को तत्काल गिरफ्तार कर आज न्यायिक रिमांड पर पेश कर जेल भेजा गया है।
प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित करमानंद राठिया ने बताया कि उसने पिछले साल अपनी जमीन 6 लाख रूपये में बेची थी। बैंक कार्य की ज्यादा समझ नहीं होने पर वह अपने साथी गांव के वासुदेव चौहान को बैंक लेकर जाता था। जनवरी 2023 को करमानंद राठिया अपने बैंक अकाउंट को अपडेट करने और मोबाइल नंबर लिंक करने एसबीआई तमनार बैंक वासुदेव चौहान ले गया था। वासुदेव चौहान लालच में आकर उसके साथी करमानंद के खाते के रूपये हड़पने के लिए करमानंद का मोबाइल नंबर ना देकर अपना मोबाइल नंबर दे दिया।
इसके कुछ दिनों बाद वासुदेव चौहान फिर करमानंद को बैंक पासबुक लेकर बैंक ले गया और अपने मोबाइल में योनो एप डाउनलोड कराया और धीरे-धीरे (जनवरी-सितंबर तक) वासुदेव चौहान अपने खाते में कुल 1,66,000/- रुपये ट्रांसफर कर लिया था। कुछ दिनों पहले जब करमानंद बैंक रूपये निकालने गया तो उसे खाते से लगातार रूपये ट्रांसफर होने की जानकारी मिली, तब उसने डिटेल निकलवाये तो दंग रह गया। तमनार पुलिस धोखाधड़ी के मामले को गंभीरतापूर्वक लेकर आरोपी वासुदेव चौहान पिता स्वर्गीय करमसिंह चौहान 42 साल निवासी रोडोपाली थाना तमनार के विरूद्ध ठोस साक्ष्य एकत्रित कर आरोपी को धोखाधड़ी के अपराध क्रमांक 114/2024 धारा 420 भादवि में गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है।
पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा निर्देशन एवं एडिशनल एसपी श्री आकाश मरकाम, डीएसपी(साइबर सेल) अभिनव उपाध्याय के मार्गदर्शन पर संपूर्ण कार्यवाही में टीआई आशीर्वाद राहटगांवकर, हेड कांस्टेबल देव प्रसाद राठिया एवं स्टॉफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।