आरोहण बीपीओ सेंटर से 670 लोगों को मिला रोजगार, आगामी 2 माह में 1000 सीट बढ़ाते हुये किया जाएगा बीपीओ संचालन
September 4, 2021राजनांदगांव जिले के साथ दुर्ग, बालोद, बेमेतरा, रायपुर, कवर्धा के निवासियों को प्राप्त हो रहा रोजगार
समदर्शी न्यूज़ राजनांदगांव
राजनांदगांव जिले के ग्राम टेड़ेसरा स्थित शासन के आरोहण बीपीओ सेंटर से जिले के युवाओं को रोजगार मिला है तथा उनके कौशल विकास एवं बेहतर भविष्य के लिए एक अच्छा प्लेटफार्म मिला है। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के मार्गदर्शन में आरोहण बीपीओ सफलता की राह पर है तथा इससे राजनांदगांव जिले के साथ ही साथ अन्य जिलों के अनेक व्यक्तियों को रोजगार उपलब्ध कराकर जीवन-निर्वाह हेतु आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। शासन द्वारा जिला ई-गवर्नेस सोसायटी राजनांदगांव के माध्यम से बीपीओ संचालन का निर्णय लिया गया
इसके उपरांत 1 सितम्बर 2020 से 100 सीटों के साथ बीपीओ का संचालन 15 माह के अनुबंध एवं 300 सीटों के संचालन हेतु टेक्नोटॉस्क बिजनेस सॉल्यूशन लिमिटेड के साथ करते हुये बीपीओ संचालन प्रारंभ किया गया। 3 वर्ष एवं 1500 सीट का अनुबंध टेक्नोटॉस्क बिजनेस सॉल्यूशन लिमिटेड के साथ किया गया है। बीपीओ संचालन से वर्तमान में 670 लोगों को राजनांदगांव जिले के साथ दुर्ग, बालोद, बेमेतरा, रायपुर, कवर्धा के निवासियों को रोजगार प्राप्त हो रहा है। वर्तमान में उपलब्ध 300 सीटों को आगामी 2 माह में 1000 सीट बढ़ाते हुये बीपीओ संचालन किये जाने का लक्ष्य रखा गया है इसके लिये बीपीओ में बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराये जाने का कार्य प्रगति पर है।
कोविड-19 के दौरान जहां युवाओं को नौकरी नहीं मिल पा रही थी ऐसे समय में आरोहण बीपीओ सेंटर में उन्हें नौकरी उपलब्ध कराई गई। कोविड-19 के दौरान युवाओं ने आरोहण बीपीओ सेंटर से जुड़कर जिले के कोविड-19 मरीजों को मदद की। बीपीेओ के तहत् कार्यरत कर्मचारियों को वर्ष 2018 में 5 से 8 हजार रूपए तक वेतन भत्ता प्राप्त हो रहा था किन्तु वर्ष 2019 के उपरांत यहां के कर्मचारियों को पद अनुरूप 8 से 20 हजार रूपए तक वेतन भत्ता प्रदान किया जा रहा है।
शासन द्वारा आरोहण बीपीओ की स्थापना अगस्त 2018 में किया गया। बीपीओ संचालन हेतु जिला प्रशासन एवं कार्यालय जिला परियोजना लाईवलीहुड कॉलेज सोसायटी द्वारा प्रारंभ किया गया। वर्ष 2018 में 300 सीट बीपीओ का निर्माण कराया गया जिसमें 8 करोड़ 40 लाख 29 हजार 384 रूपए व्यय हुआ। अगस्त 2018 में इसका संचालन केटलिस्ट ग्लोबल बिजनेस इन्क्यूबेटर प्राईवेट लिमिटेड द्वारा 28 फरवरी 2019 तक किया गया, इसके तहत 98 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया। 1 मार्च 2019 से कारवी डाटा मैनेजमेंट द्वारा 30 सितम्बर 2019 तक कार्य किया गया। इस अवधि में 56 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया। 1 अक्टूबर 2019 से 31 जुलाई 2020 तक ओराहण बीपीओ सेंटर पूर्णत: बंद रहा। इसके बाद 1 सितम्बर 2020 से पुन: प्रारंभ किया गया।