गज का आतंक में शासन ने रखा पक्ष, वर्तमान गृह ग्राम बसलगना में हाथी द्वारा किसी भी प्रकार से घर को क्षति नहीं पहुंचाया गया है

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समदर्शी न्यूज़, जशपुर : गज का आतंकः गांव छोड़कर तीन साल से भीख मांग गुजारा कर रहा ग्रामीण मीडिया में प्रकाशित खबरों के संबंध में वनमण्डल कार्यालय में पंचगणों एवं उनके छोटे भाई मंगरू राम की उपस्थिति में पूछताछ किया गया। पूछताछ के दौरान ज्ञात हुआ कि रामचरण मुण्डा, उम्र लगभ 65 वर्ष, जिसको हाथी से घायल होना बताया गया। उक्त घटना इनके बड़े भाई के ग्राम लोघमा, जिला सरगुजा अम्बिकापुर का होना पाया गया। इनके छोटे भाई मंगरू राम से पूछताछ के दौरान ज्ञात हुआ कि इनके वर्तमान गृह ग्राम बसलगना में हाथी द्वारा किसी भी प्रकार से घर को क्षति नहीं पहुंचाया गया है। उक्त घटना साढ़े चार वर्ष पूर्व का है, छोटे भाई मंगरू राम के कथनानुसार रामचरण मुण्डा 10-12 साल से अपने घर में नहीं रहते है, इधर उधर भटकते रहते हैं।

सम्पूर्ण घटना एवं छोटे भाई के कथनानुसार उनके छोटे भाई मंगरू राम, परिक्षेत्र अधिकारी, तपकरा, परिक्षेत्र अधिकारी कुनकुरी, परिक्षेत्र अधिकारी मनोरा, परिक्षेत्र अधिकारी सन्ना तथा उपवनमण्डलाधिकारी जशपुर एवं कुनकुरी की उपस्थिति में समाज कल्याण विभाग को शासन द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ दिलवाने हेतु इनके छोर्ट भाई के साथ रामचरण मुण्डा को सुपुर्द किया गया।

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