सुने घर का ताला तोड़ कर चोरी करने वाले आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार, कार्यवाही कर भेजा गया रिमांड पर !
May 11, 2024अपराध क्रमांक 151/2024 धारा 457, 380 भादवि कायम कर थाना अकलतरा पुलिस द्वारा लिया गया था विवेचना में.
आरोपी विजय कर्ष उम्र 37 वर्ष साकिन बाना थाना अकलतरा
अरोपी के कब्जे से – (01) एक सफेद बैगनी छोटा पर्स जिसके अंदर 13,000/- रूपये नगदी, (02) एक जोड़ी चांदी का साटी (03) एक जोड़ी चांदी का चैनफांस, जुमला कीमत 26000/-रूपये किया गया बरामद.
समदर्शी न्यूज़ – जांजगीर-चाम्पा : प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले का विवरण इस प्रकार है कि प्रार्थिया गंगोत्री बाई कंवर निवासी बाना का दिनांक 22 मार्च 2024 के शाम 06:00 बजे अपने गांव के भतीजीन रिद्धी कंवर के यहां चली गई थी। दिनांक 23 मार्च 2024 के सुबह 06:00 बजे अपने घर आयी तो घर के सामने के दरवाजा का ताला टूटा हुआ था। अंदर जाकर देखी तो घर में रखे टीना का छोटा पेटी में नगदी रकम 22000/- रूपये एंव चांदी के चैन एक नग एंव चांदी का साटी, सोना का लाकेट एक नग, सोना का फुल्ली एक नग, नथनी सोने का एक नग, जुमला रकम 48,000/- रूपये को कोई अज्ञात चोर द्वारा चोरी कर ले गया है। जिसकी रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 151/ 2024 धारा 457, 380 भादवि कायम कर विवेचना में लिया गया।
विवेचना के दौरान मुखबीर से सूचना प्राप्त हुई कि घटना दिनांक को गांव के विजय कर्ष को प्रार्थिया के घर के आसपास घुमते देखा गया था, जो घटना दिनांक से फरार है। संदेही का लगातार पतासाजी किया जा रहा था, पतासाजी के दौरान मुखबीर से सूचना मिली कि संदेही विजय कर्ष गांव में आया है। इस सूचना से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराकर श्री विवेक शुक्ला पुलिस अधीक्षक जांजगीर-चांपा के निर्देशन में तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेंद्र कुमार जायसवाल के मार्गदर्शन में तत्काल टीम गठित कर मुखबीर के बताये स्थान में जाकर पतासाजी कर उक्त संदेही को पकडा गया।
संदेही को हिरासत में लेकर मनोवैज्ञानिक तरीके व कडाई से पूछताछ करने पर अपना जुर्म स्वीकर करते हुए अपने मेमोरेण्डम कथन में दिनांक घटना समय को प्रार्थिया के घर को सुना पाकर घर का ताला तोड़ कर चोरी करना, अपना जुर्म स्वीकार करने पर विधिवत गिरफ्तार कर दिनांक 10 मई 2024 को रिमांड पर भेजा गया है। इस प्रकरण की सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना अकलतरा प्रभारी निरीक्षक दिनेश कुमार यादव, प्रधान आरक्षक शरीफुदीन खान, आरक्षक दीपक कश्यप, आरक्षक बृजपाल बर्मन, आरक्षक गौवकरण राय का विशेष योगदान रहा है।