सड़क किनारे खड़े टीचर और बच्चों को सेंट्रो कार से ठोकर मारने वाले नशे में धुत्त नाबालिग चालक एवं वाहन मलिक पर आपराधिक मानव-वध के प्रयास का अपराध दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा गया रिमांड पर…..!

सड़क किनारे खड़े टीचर और बच्चों को सेंट्रो कार से ठोकर मारने वाले नशे में धुत्त नाबालिग चालक एवं वाहन मलिक पर आपराधिक मानव-वध के प्रयास का अपराध दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा गया रिमांड पर…..!

May 30, 2024 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ – रायगढ़ : कल दिनांक 29 मई 2024 की सुबह थाना पुसौर क्षेत्र के अंतर्गत बोरोडीपा चौक पर सड़क किनारे खड़े स्कूली बच्चों और टीचर्स को लापरवाह सेंट्रो कार के चालक द्वारा तेज गति से वाहन चलाते हुए ठोकर मार दिया, जिससे अध्यापिका देवमाती भोय और 04 छात्र – निशार मेहर, तनिषा घोबा, भुमिका यादव, सोम पुरी को चोटें आई। घटना-स्थल पर मौजूद लोगों ने घायलों को पुसौर अस्पताल पहुंचाया और पुलिस को सूचना दी गई।

तत्काल पुलिस मौके पर पहुंची दुर्घटना कारित सेंट्रो कार सीजी 13 ए एक्स 7560 का चालक किशोर बालक तथा उसका साथी एवं वाहन स्वामी भागीरथी पटेल उर्फ सुनील वाहन में मौजूद थे तथा दोनों शराब के नशे में धुत्त प्रतीत हो रहे थे। पुसौर पुलिस द्वारा उनका मेडिकल कराया गया। घटना के संबंध में थाना पुसौर में सहायक शिक्षक मनोज प्रधान निवासी बोरोडीपा द्वारा लिखित आवेदन दिया गया है।

आरोपियों का कृत्य अपराधिक मानव-वध का प्रयास की श्रेणी का अपराध पाये जाने पर थाना पुसौर में आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 135/2024 धारा 308, 34 भादवि कायम कर आरोपित वाहन चालक विधि के साथ संघर्षरत बालक को अभिरक्षा में लेकर किशोर न्याय बोर्ड रायगढ़ तथा आरोपी वाहन स्वामी भागीरथी पटेल उर्फ सुनील पिता अशोक पटेल उम्र 35 वर्ष निवासी तडौला थाना पुसौर को जेएमएफसी रायगढ़ के न्यायालय में रिमांड पर पेश किया गया। अपचारी बालक को बाल संप्रेक्षण गृह तथा आरोपी युवक को जेल वांरट पर पुसौर पुलिस द्वारा जेल दाखिल किया गया है।

दुर्घटना में घायल हुए सभी बच्चों को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया है। घायल श्रीमती देवमाती भोय (अध्यापिका) मेट्रो अस्पताल में भर्ती है, जहां उनका इलाज चल रहा है। पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा निर्देशन पर की गई कार्यवाही में थाना प्रभारी पुसौर निरीक्षक रोहित बंजारे, उपनिरीक्षक कुंदन लाल गौर, सहायक उपनिरीक्षक उमाशंकर विश्वाल एवं आरक्षक दिनेश गोंड, आरक्षक ओशनिक विश्वाल की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।