अज्ञात आरोपी के विरुद्ध अपराध क्रमांक 234/2024 धारा 363 आईपीसी के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध कर की जा रही थी विवेचना.
विवेचना के उपरांत बालिका और आरोपी का मेडिकल कराकर प्रकरण में धारा 366, 376(2)(ढ) आईपीसी, 6 पॉक्सो एक्ट की गई विस्तारित.
समदर्शी न्यूज़ – रायगढ़ : पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल के मार्गदर्शन पर जूटमिल पुलिस द्वारा क्षेत्र से 18 मई 2024 को लापता हुई नाबालिग बालिका को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जाकर वापस रायगढ़ लाया गया है। दिनांक 19 मई 2024 को बालिका के चचेरे भाई ने थाना जूटमिल में बालिका के गुम होने के संबंध में आवेदन देकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी और बताया था कि उसकी बहन 18 मई 2024 को घर से स्कूल फॉर्म भरने जा रही हूं कहकर निकली और घर वापस नहीं आई, जिसे अपने नाते-रिश्तेदार, जान-पहचान के यहां पता किये, पता नहीं चला।
जूटमिल पुलिस द्वारा मामले में अज्ञात आरोपी के विरुद्ध अपराध क्रमांक 234/2024 धारा 363 आईपीसी के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध कर बालिका की सहेलियों से पूछताछ किया गया तथा बालिका के सोशल मीडिया अकाउंट की जांच की गई, जिसमें बालिका के अजीत कुमार निषाद निवासी लोहंदी, थाना करछना जिला प्रयागराज के निरंतर संपर्क में होने की जानकारी प्राप्त हुई। तत्काल पुलिस अधीक्षक के निर्देशन पर थाना जूटमिल की टीम बालिका को लेने उत्तरप्रदेश रवाना हुई। जहां बालिका को संदेही युवक अमित कुमार निषाद के मकान से दस्तयाब कर रायगढ़ लाया गया।
बालिका का महिला अधिकारी से कथन कराने पर बालिका बताई कि उसने एक फन ऐप डाउनलोड किया था, उस फन ऐप के जरिए वो एक व्हाट्सएप चैट ग्रुप में जुड़ी, जिसमें कई लड़के-लड़कियां जुड़े थे। उसी ग्रुप में अजीत निषाद भी था, चैटिंग के दौरान दोनों अपना नंबर शेयर कर एक दूसरे से बात करने लगे। इसी बीच अजीत ने लड़की को शादी का प्रलोभन देकर अपने गांव बुलाया, जिसके बहकावे में आकर 18 मई 2024 को बालिका बस से वाराणसी तक गई, वाराणसी से अजीत उसे अपने घर ले गया और अपने मकान में रखकर शारीरिक शोषण किया।
बालिका और आरोपी का मेडिकल कराकर प्रकरण में धारा 366, 376(2)(ढ) आईपीसी 6 पॉक्सो एक्ट विस्तारित कर आरोपी अजीत कुमार निषाद पिता बृजमोहन निषाद उम्र 23 साल निवासी लोहंडी खालेकापुर थाना करछना जिला प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) को गिरफ्तार कर रिमांड बाद जेल भेजा गया है। इस प्रकरण की संपूर्ण कार्यवाही में थाना जूटमिल के उपनिरीक्षक अमृत लाल साहू, प्रधान आरक्षक खीरेन्द्र जलतारे एवं हमराह स्टॉफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।