बेसिक लाईफ सपोर्ट की कार्यशाला में छात्रों ने सीखा आकस्मिक हृदयाघात की स्थिति में मरीज की जीवन रक्षा के तरीके

समदर्शी न्यूज़, रायपुर : पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर में बेसिक लाईफ सपोर्ट की 15वीं कार्यशाला का आयोजन मेडिकल कॉलेज के चौथी मंजिल स्थित स्किल लैब में किया जा रहा है। चिकित्सा महाविद्यालय के एनेस्थेसिया एवं पेन मैनेजमेंट विभाग द्वारा आयोजित किये जा रहे कार्यशाला के पहले दिन शासकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय से 34 पी. जी. रेजिडेंट डॉक्टर सम्मिलित हुए। इस कार्यशाला में आकस्मिक हृदयघात में मरीज की जीवनरक्षा के तरीकों के बारे में जानकारी दी गई। छात्र-छात्राओं को बेसिक लाईफ सपोर्ट के बारे में पढ़ाया गया एवं मैनिकिन (मनुष्य का कृत्रिम पुतला या मॉडल) के माध्यम से प्रायोगिक जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के पश्चात् सभी छात्रों से हैंड्स ऑन प्रैक्टिस कराया गया।

कार्यशाला के संबंध में जानकारी देते हुए कोर्स की संचालक एवं को-ऑर्डिनेटर डॉ. प्रतिभा जैन शाह ने बताया कि इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य जन सामान्य तक जीवनदायी बेसिक लाईफ सपोर्ट स्किल को पहुंचाना है। ताकि कार्डियक अरेस्ट जैसी आपात स्थिति में ज्यादा से ज्यादा जीवन रक्षा हो सके। इस कार्यशाला के कोर्स इंस्ट्रक्टर डॉ. प्रतिभा जैन शाह, डॉ. संतोष सिंह, डॉ. शिवम पटेल एवं डॉ. अनिषा नागरिया हैं। वहीं गुजरात से विशेष रूप से प्रशिक्षण देने के लिए डॉ. जनक खम्बोल्झा एवं डॉ. पल्टियाल पैलेट आए हुए हैं। विदित हो कि एडवांस कार्डियक लाइफ सपोर्ट और बेसिक लाइफ सपोर्ट अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन से प्रमाणित ऐसी तकनीक है जिसका इस्तेमाल कार्डियक अरेस्ट के दौरान जान बचाने में किया जाता है। उचित प्रशिक्षण के साथ, ये तकनीक हृदय संबंधी आपात स्थितियों के लिए प्रभावी प्राथमिक प्रतिक्रियाएँ हैं जिनकी मदद से किसी व्यक्ति की जीवन-रक्षा की जा सकती है।

शुक्रवार को इस कार्यशाला का विधिवत उद्घाटन दोपहर एक बजे आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पी. के. पात्रा के मुख्य आतिथ्य में संपन्न होगा। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के तौर पर सीएमई जे. पी. पाठक, डीएमई डॉ. यू. एस. पैंकरा, डीन डॉ. तृप्ति नागरिया एवं अस्पताल अधीक्षक डॉ. एस. बी. एस. नेताम समारोह में शामिल होंगे। 

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