‘चेतना’ के साथ-साथ बिलासपुर पुलिस का गुंडे बदमाशों पर प्रहार लगातार जारी : नेशनल हाइवे में बड़े वाहनों को रोक कर लूटपाट करने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार, लूट की गंभीर धाराओं के अंतर्गत थाना कोनी पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही.

‘चेतना’ के साथ-साथ बिलासपुर पुलिस का गुंडे बदमाशों पर प्रहार लगातार जारी : नेशनल हाइवे में बड़े वाहनों को रोक कर लूटपाट करने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार, लूट की गंभीर धाराओं के अंतर्गत थाना कोनी पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही.

June 7, 2024 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ – बिलासपुर : प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले का विवरण इस प्रकार है कि प्रार्थी देशराज कुजूर अपने अन्य साथी संजय साहू, अखिलेश कोशले एवं नारायण साहू के साथ दिनांक 06 जून 2024 क थाना उपस्थ्ति आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि दिनांक 06 जून 2024 के रात्रि करीब 00:30 बजे रायपुर से कोयला खाली करके वापस कोरबा जा रहे थे, तुर्काडीह ढाबा के पास टार्च की इशारा कर प्रार्थी एवं अन्य आह्तों को बुलाकर आरोपीगण बेल्ट एवं हाथ-मुक्का से मारपीट करते एवं चाकू अड़ा कर ड्राइवर एवं आहत के पास रखे नगदी रकम एवं की-पेड तथा स्मार्ट मोबाइल लूटपाट किये है।

इस पर तत्काल थाना कोनी में अपराध पंजीबद्ध कर मामले की विवेचना एवं आरोपी पातासाजी प्रारंभ किया गया। बताए हुलिया एवं घटना-स्थल पर बरामद मोटर साईकिल के नंबर से आरोपीगण की पहचान कर आरोपीगण को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया। घटना कारित करना स्वीकार किया तथा लूटे गये समान मोना केंवट से 1000/- रूपये नगदी, ओमप्रकाश पटेल से की-पेड मोबाइल कीमत 3200/- रूपये, अबि यादव से 1450/- रूपये नगदी एवं 2 स्मार्ट मोबाइल कीमत 35000/- रूपये एवं एक मोटर साइकिल एचएफ डीलक्स कीमत 70,000/- रूपये को पेश किया, जिसे जप्त किया गया है।

विदित हो कि उक्त आरोपीगण दिनांक 03 मई 2024 को गतोरी ओवर ब्रिज में मोटर साइकिल में जाकर ट्रक को रुकवाकर ड्राईवर से मारपीट कर लूट का प्रयास किए थे, जिसका थाना कोनी में अपराध पंजीबद्ध किया गया था, उक्त मामले का भी खुलासा पूछताछ के दौरान आरोपियों ने किया।

थाना प्रभारी गोपाल सतपथी, हायक निरीक्षक भरतलाल राठौर, प्रधान आरक्षक अरविंद सिह, आरक्षक महादेव कुजूर, आरक्षक राकेश साहू, आरक्षक सूरज कुर्रे, आरक्षक शैलेन्द्र साहू, आरक्षक प्रकाश तिवारी, आरक्षक अंकित कुमार, आरक्षक रमेश टंडन, आरक्षक चन्द्रशेखर मरकाम, आरक्षक समारू लकड़ा का सराहनीय योगदान रहा है