व्हाट्सएप ग्रुप में जनरेटर बेचने के नाम पर फर्जी पोस्ट शेयर कर 20,000 रूपये की ठगी, आरोपी हुआ गिरफ्तार… वैधानिक कार्यवाही कर भेजा गया न्यायिक रिमांड पर.
June 16, 2024समदर्शी न्यूज़ – रायगढ़ : जिला सक्ती निवासी शैलेंद्र कुमार कुर्रे द्वारा व्हाटसएप ग्रुप में जनरेटर बेचने के नाम पर फेक पोस्ट शेयर कर खरसिया के लीलेश कुमार पटेल के साथ 20 हजार रूपये की ठगी की गई। लीलेश पटेल की शिकायत पर खरसिया पुलिस ने तत्काल कार्यवाही करते हुए आरोपी शैलेंद्र कुमार कुर्रे को धोखाधड़ी के अपराध में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
ठगी को लेकर कल थाना खरसिया में पीड़ित लीलेश कुमार पटेल पिता लखन लाल पटेल उम्र 35 वर्ष निवासी चपले द्वारा आवेदन देकर रिपोर्ट दर्ज कराया गया था कि किसी व्यक्ति द्वारा रायगढ़ डीजे वालों का वाटसअप ग्रुप बनाया है जिसमे पिछले 8 माह से जुडा है। दिनांक 23 मई 2024 को शैलेंद्र कुर्रे दवारा ग्रुप में एक जनरेटर का फोटो शेयर कर बेचने का जिक्र किया गया था। जनरेटर खरीदी की इच्छा जाहिर कर शैलेन्द्र से संपर्क किया, जो अपने आप को शिवरीनारायण का रहने वाला बताया, जनरेटर का सौदा 60,000/- रूपये में तय हुआ, जिसे लेने शैलेन्द्र शिवरीनारायण बुलाया और 20,000/- रूपये एडवांस ट्रांजेक्शन से बैंक खाते में प्राप्त कर लिया।
जब लीलेश जनरेटर लेने शिवरीनारायण गया तो 4-5 घंटे शैलेन्द्र इधर-उधर गलत पते पर भटकाते रहा और फिर अपना मोबाईल स्वीच-आफ कर लिया। विवेचना के दरम्यान पीड़ित से रूपये ट्रांसफर के स्क्रीनशॉट, बैंक डिटेल प्राप्त कर नवपदस्थ टीआई कुमार गौरव साहू द्वारा आरोपी के बैंक अकाउंट को होल्ड कराया गया और तत्काल कार्यवाही करते हुये आरोपी शैलेंद्र कुमार कुर्रे निवासी धमनी को हिरासत में लिया गया। आरोपी के मेमोरेंडम कथन पर घटना में इस्तेमाल सिम को जप्त किया गया तथा आरोपी शैलेंद्र कुमार कुर्रे पिता बिसाहू कुर्रे उम्र 22 वर्ष निवासी धमनी थाना हसौद जिला सक्ती को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
आरोपी ने और भी लोगों से इस प्रकार की ठगी करने की जानकारी मिली है। रायगढ़ पुलिस की अपील है कि ऑनलाइन शॉपिंग एवं अंजान सोशल मीडिया ग्रुप में लेन-देन खरीदी पर सावधानी बरतें। पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा निर्देशन एवं एसडीओपी खरसिया श्री प्रभात कुमार पटेल के मार्गदर्शन पर कार्यवाही में थाना प्रभारी खरसिया निरीक्षक कुमार गौरव साहू, सहायक उपनिरीक्षक लक्ष्मी नारायण राठौर, सहायक उपनिरीक्षक उमाशंकर धृतांत, आरक्षक सत्यनारायण सिदार की विशेष भूमिका रही है।