मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर सिकलसेल जागरूकता शिविरों का होगा आयोजन : सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में लगेंगे परीक्षण और जागरूकता शिविर
June 18, 2024समदर्शी न्यूज़, रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रदेश के आदिवासी समुदाय के लोगों को सिकलसेल एनीमिया से बचाने के लिए सिकलसेल जागरूकता शिविर आयोजित करने के निर्देश संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिए है। विश्व सिकल सेल दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ के सिकलसेल रोग से पीड़ित राज्य के आदिवासी समुदाय के लोगों के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, उप स्वास्थ्य केन्द्रों, ग्राम पंचायतों तथा एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों, विभागीय छात्रावास, आश्रमों तथा अन्य विद्यालयों में सिकलसेल स्क्रीनिंग एवं जागरूकता शिविरों का आयोजन 19 जून को किया जाएगा। इन शिविरों में स्थानीय जनप्रतिनिधि को उपस्थित होने आग्रह किया जाएगा।
भारत सरकार की ओर से अधिकारीगण 19 जून को विश्व सिकलसेल दिवस पर देश के विभिन्न राज्यों में सिकलसेल जागरूकता और इस रोग से पीड़ित मरीजों से वर्चुअल चर्चा करेंगे। छत्तीसगढ़ राज्य के आदिवासी समुदाय के लोग सिकलसेल एनीमिया से ज्यादातर पीड़ित हैं। इन पीड़ित मरीजों के लिए आदिवासी क्षेत्रों बस्तर, बलरामपुर-रामानुजगंज एवं रायपुर में टू-वे-कनेक्टिविटी की व्यवस्था करने तथा शेष जिलों में वन-वे-नेटवर्क कनेक्टिविटी से वर्चुअल रूप से 19 जून को ही जुड़ने के निर्देश दिए है। इसके अलावा सभी कलेक्टरों, सहायक आयुक्तों एवं परियोजना प्रशासकों को पत्र जारी कर आवश्यक तैयारी करने निर्देश दिए हैं। आदिम जाति विकास विभाग के आयुक्त ने इस जागरूकता शिविर का प्रदेश के अधिक से अधिक सिकलसेल एनीमिया से पीड़ित लोगों को लाभ लेने आग्रह किया गया है। ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्रदेश में सिकलसेल के लिए राष्ट्रीय स्तर का रिसर्च सेंटर प्रारंभ करने के लिए केन्द्र सरकार को प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए हैं। सिकलसेल एनीमिया से बचाव के लिए पोस्टर, बैनर एवं वीडियों आदि के माध्यम से इसके लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए है, जिससे प्रदेश के लोगों को सिकलसेल एनीमिया से बचाया जा सके।
छत्तीसगढ़ राज्य के 33 जिलों के लक्षित 1 करोड़ 77 लाख 69 हजार 535 सिकल सेल स्क्रीनिंग के विरूद्ध कुल 1 करोड़ 11 लाख 06 हजार 561 स्क्रीनिंग की गई है। इसमें 1 करोड़ 06 लाख 24 हजार 245 स्क्रीनिंग निगेटिव पाए गए है। स्क्रीनिंग में 2 लाख 90 हजार 663 वाहक पाये गये हैं तथा 22 हजार 672 बीमारी प्राप्त हुई। इस प्रकार राज्य में स्क्रीनिंग का कुल प्रतिशत 63 है। राज्य में 1 लाख 68 हजार 981 स्क्रीनिंग कन्फर्मेशन की प्रक्रिया में है। राज्य में 75 लाख 79 हजार 257 सिकल सेल जेनेटिक कार्ड वितरित किये गये हैं। कार्ड वितरण का प्रतिशत 63 है।
क्या है सिकलसेल रोग
सिकलसेल एक आनुवांशिक रोग है, इसमें गोलाकार लाल रक्त कण (हीमोग्लोबिन) हंसिये के रूप में परिवर्तित होकर नुकीले और कड़े हो जाते हैं। इसके कारण शरीर की सभी कोशिकाओं तक पर्याप्त मात्रा मे ऑक्सीजन नही पहुंच पाता है। ये रक्त कण शरीर की छोटी रक्त वाहिनी (शिराओं) में फसकर लिवर, तिल्ली, किडनी, मस्तिष्क आदि अंगों के रक्त प्रवाह को बाधित कर देते हैं, इसलिए समय पर इसका ईलाज बहुत जरूरी है।