अब तक 2 लाख 33 हजार 645 पशुओं में हो चुका है टीकाकरण का कार्य
समदर्शी न्यूज़ जशपुर 10 जुलाई 2024/ गलघोंटू (एच.एस.) एवं (बी.क्यू) एकटंगिया रोग प्रतिबंधात्मक सघन टीकाकरण अभियान जशपुर जिले में 31 जुलाई 2024 तक आयोजित है। जहा लक्षित पशुओं में टीकाकरण कार्य संपादित किया जा रहा है। जिसमें जशपुर जिला के 08 विकासखण्डों में पशुधन विकास विभाग के समस्त संस्था क्षेत्र के ग्रामों में टीकाकरण कार्य संपन्न किया जा रहा है। जिले को 3 लाख 50 हजार पशुओं को टीकाकरण लक्ष्य प्राप्त है, जिसके अंतर्गत गौवंशीय एवं भैसवंशीय पशुओं का गलघोंटू (एच.एस.) एवं (बी.क्यू) एकटंगिया टीकाकरण किया जा रहा है।
पशु चिकित्सा सेवायें जशपुर से प्राप्त जानकारी के अनुसार 09 जुलाई 2024 तक 2 लाख 33 हजार 645 पशुओं में टीकाकरण का कार्य हो चुका है। गायों और भैंसों को गलघोंटू (एच.एस.) एव (बी.क्यू) एकटंगिया रोग काफी प्रभावित करता है। यह काफी तेजी से फैलने वाली एक संक्रामक बीमारी है।
डिफ्थीरिया को गलघोंटू नाम से भी जाना जाता है। यह इसके बैक्टरिया टांसिल व कॉरीनेबैक्टेरियम डिफ्थीरिया बैक्टीरिया के इंफेक्शन से होता है। श्वासनली को संक्रमित करता है। संक्रमण के कारण एक ऐसी झिल्ली बन जाती है, जिसके कारण सॉस लेने में रूकावट पैदा होती है। इससे प्रभावित होने वाले जानवर में अत्याधिक तेज बुखार तक होना एवं पशु की एक घंटे से लेकर 24 घंटे के अन्दर मृत्यु होना या पशु किसान को बिना लक्ष्ण दिखाए मृत मिलना, प्रचुर लार बहना, नाक से स्त्राव बहना एवं सॉस लेने में तकलीफ होना, चारा चरना बंद करना इस बीमारी के लक्ष्ण है।
डॉ. ए.के.मरकाम, उप संचालक पशु चिकित्सा सेवायें जिला जशपुर ने जानकारी दी है कि इस रोग का टीकाकरण ही इस बीमारी से बचाव के लिए सर्वाेत्तम है। अतः सभी पशु पालकों को अपने पशुओं को प्रतिबंधात्मक गलघोंटू (एच.एस.) एव (बी.क्यू) एकटंगिया का टीका लगवाने का आग्रह किया है। रोग से ग्रसित हो जाने पर पशुओं को पशु चिकित्सक के परामर्श पर दवा देनी चाहिए।