जनजातीय क्षेत्र में वित्तीय साक्षरता पर जोर : बगीचा महाविद्यालय में तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

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समदर्शी न्यूज़ बगीचा/जशपुर, 9 अगस्त 2024/ जिला के विकासखंड बगीचा में स्थित शासकीय संत रामेश्वर गहिरा गुरु महाविद्यालय बगीचा में आज डीएसटी,भारत सरकार, आईबीआईटीएफ,आईआईटी भिलाई के सौजन्य से पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर छत्तीसगढ़ एवं शासकीय संत रामेश्वर गहिरा गुरु महाविद्यालय बगीचा के संयुक्त तत्वाधान में तीन दिवसीय “वित्तीय साक्षरता” विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित किया गया।

जिसमें मुख्य अतिथि डॉ विजय कुमार रक्षित पूर्व प्राचार्य शासकीय राम भजन राय एनईएस स्नातकोत्तर महाविद्यालय जशपुर उपस्थित रहे उन्होंने बताया कि हम महाविद्यालय में शिक्षा के साथ ही साथ अपने व्यक्तित्व विकास के लिए आते हैं और आज के समय में पैसा कमाना तो मुश्किल है लेकिन सबसे ज्यादा आज के समय में पैसा बचाना बहुत ही कठिन कार्य है और उन्होंने वित्तीय साक्षरता की और शिक्षा के लिए बहुत ही लाभकारी जानकारी दिए। स्पेशल गेस्ट में सम्मानित ज्योतिर्मयानंद स्वामी, रामकृष्ण आश्रम बगीचा से उपस्थित रहे उनका आशीर्वचन सभी को प्राप्त हुआ।

यतेन्द्र गुप्ता (अध्यक्ष सरगुजा संभाग) विघुत कर्मचारी उपस्थित रहे उन्होंने वित्तीय साक्षरता विषय पर बहुत ही विस्तृत जानकारी दी, उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम का उद्देश्य तभी सफल होगा जब आप इन जानकारी को अपने साथ-साथ सभी तक साझा करेंगे और इसको अपने जीवन में उतारेंगे। क्लस्टर कोऑर्डिनेटर सुदीप यादव ने रीसोर्स पर्सन के रूप में बहुत ही विस्तृत जानकारी प्रदान किए। अपराजिता महिला संघ द्वारा चल रहें मनी वाइस द्वारा वित्तीय साक्षरता विषय में जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। फिंनटेक परियोजना के डायरेक्टर डॉ.सुनील कुमेटी के मुख्य आतिथ्य में और इस कार्यक्रम में को-ऑर्डिनेटर डॉ टीके सिंह सर के विशेष मार्गदर्शन में यह तीन दिवसीय वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम आयोजित किया गया।

साथ ही कॉलेज के प्राचार्य सरद नेताम के अध्यक्षता में मां सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया गया । आयोजक डॉक्टर टीके सिंह द्वारा अपने उद्बोधन में कहा गया की “वित्तीय साक्षरता” जैसे अभियान को भारत सरकार के द्वारा छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिले में जहां पर जनजातीय समुदाय निवासरत हैं ऐसे जगहों में “वित्तीय साक्षरता” पर कार्यशाला आयोजित कर जागरूक किया जा रहा है। जिससे जनजातीय क्षेत्र में वित्तीय प्रबंधन को लेकर लोगों में सजगता का भावना जागृत हो सके, उन्होंने कहा की वित्तीय प्रबंधन के घटक बचत, आय, व्यय, ऋण, इंश्योरेंस के प्रति प्रतिभागियों को तीन दिन के कार्यशाला में अलग-अलग विषय वक्ताओं के द्वारा जानकारी उपलब्ध कराया जाएगा।

वर्तमान समय को देखा जाए तो लोगों के जीवन में पैसे की बहुत बड़ी भूमिका है हर व्यक्ति पैसे के लिए काम करता है, जितना मेहनत से पैसा कमाया जाता है उससे ज्यादा जरूरी है उस पैसे का सही प्रबंधन बचाव, बर्ताव और सुरक्षा करने का, इसी के साथ कॉलेज प्रबंधन को कार्यशाला संपन्न कराने में योगदान देने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। अगली कड़ी राजेंद्र प्रेमी के द्वारा बहुत ही सुन्दर गीत प्रस्तुति की गई।

नीलू गुप्ता द्वारा वित्तीय प्रबंधन को लेकर अपने उद्बोधन में कहा गया की वित्तीय अनिमियत्ता को रोकने के लिए वित्तीय व्यवहार की जानकारी होना बहुत ही आवश्यक है। कार्यशाला में राष्ट्रीय सेवा योजना के अधिकारी डॉ राजीव रंजन तिग्गा ने कहा की वर्तमान समय में वित्तीय साक्षरता बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है आज हर क्षेत्र में वित्तीय जानकारी का होना बहुत ही महत्वपूर्ण है सारे काम आज के समय में डिजिटल लेनदेन से संपन्न हो रहे हैं इसलिए हमें उनकी जानकारी होना जरूरी है।

कार्यक्रम का संचालन कर रही डॉक्टर रश्मि प्रिया टोप्पो ने बहुत अच्छे से पूरे कार्यक्रम का संचालन किया। ज्योति गुप्ता रौनियार दर्पण की अध्यक्ष ने कहा कि सभी प्रकार की स्कीम के बारे में जानना भी बहुत जरूरी है,हमारा भारत देश वित्तीय संकट की दौर से गुजर रहा है इसलिए हमें साक्षर होना बहुत जरूरी है साथ ही रामेश्वर सिंह ने कहा कि वित्तीय प्रबंधन को लेकर सजग नहीं होने से आज वर्तमान समय में अच्छे-अच्छे पढ़े लिखे लोग भी अपने मेहनत से कमाए हुए धन को आये दिन ऑनलाइन फ्रॉड में फंस कर एक लिंक को टच करके मेहनत की पूरी कमाई मिनटों में गंवा दे रहे हैं जो की बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बात है। इससे बचने की जरूरत है। कार्यशाला के पूजा से लेकर सम्पूर्ण कार्य में गीतांजलि शर्मा का बहुत सहयोग रहा।

कार्यक्रम की संयोजिका शालिनी गुप्ता ने प्रतिभागियों को बताया कि हमारा जो क्षेत्र है वह अति पिछड़ा जनजातीय क्षेत्र है जहां पर निवासरत आमजन कम पढ़े लिखे हैं जिससे वो स्वयं जानकारी से वंचित रहते हैं और जानकारी के अभाव में अपने परिवार, गाँव के लोगों को पैसे के लेनदेन,वित्तीय प्रबंधन के बारे में जागरूक नहीं कर पाते हैं जिससे आए दिन ग्रामवासी ऑनलाइन फ्रॉड एवं कई प्रकार के ठगी के शिकार बन जाते हैं जिससे जीवन भर का कमाया हुआ धन एक झटके में लुटा देते हैं। ऐसे समस्याओं के समाधान के लिए वित्तीय साक्षर होने की आवश्यकता है साथ ही वित्तीय साक्षरता की उद्देश्य एवं आवश्यकता पर अपना विचार व्यक्त किए।

वित्तीय लेनदेन संबंधित जानकारी छात्र-छात्राओं कार्यशाला में दी।कॉलेज के अध्ययनरत 50 विद्यार्थी शामिल होकर प्रशिक्षण ले रहे हैं। कार्यशाला को सफल बनाने में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य शासकीय संत रामेश्वर गहिरा गुरु महाविद्यालय बगीचा, संजय पांडे स्थानीय समन्वयक पंडित सुंदरलाल शर्मा,सहायक प्राध्यापक आस्था तिर्की, सहायक प्राध्यापक करूणा खलखो, रीकूं कुजूर, सुरेंद्र पैंकरा, सुशील भगत, ललिता लकड़ा, ब्लाक प्रमुख मुक्ती और सभी छात्र-छात्राओं  का सहयोग प्राप्त हुआ।

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