संतोष पांडे का भूपेश बघेल पर बड़ा हमला : गिरफ्तार नक्सली आपके पिता के सलाहकार रहे, ये रिश्ता क्या कहलाता है ?
August 10, 2024समदर्शी न्यूज़ रायपुर, 10 अगस्त 2024 / भारतीय जनता पार्टी के सांसद संतोष पांडेय ने मानपुर-मोहला में 5 नक्सललियों और 5 अन्य लोगों की गिरफ्तारी के मामले में कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर तीखा हमला बोला है। गिरफ्तार लोगों में से एक विवेक सिंह पूर्व मुख्यमंत्री के पिता स्व. नंदकुमार बघेल का सलाहकार रहा है। श्री पांडेय ने कहा कि स्व. बघेल का नक्सलियों के साथ संबंध था। अब पूर्व मुख्यमंत्री बघेल बताएँ, ये रिश्ता क्या कहलाता है ?
भाजपा सांसद श्री पांडेय ने गंभीर आरोप लगाया कि टेरर फंडिंग से विवेक के पास 12 ट्रक और पूरे क्षेत्र में ट्रेडिंग का कार्य शुरू किया और विनोद वर्मा के नेतृत्व ने भूपेश बघेल ने अपना चुनाव लड़ा। इसमें बस्तर और मानपुर क्षेत्र में, जहाँ नक्सल गतिविधि अधिक है, वहाँ भाजपा को वोट कम मिलने का कारण विवेक द्वारा भूपेश बघेल के लिए फंडिंग किया जाना रहा।
भाजपा सांसद श्री पांडेय ने बताया कि विवेक सिंह के दादा आर.एन. सिंह बहुजनी विचारक और पिता आर.एस. सिंह बहुजन अंबेडकरवादी विचारक कहे जाते हैं। खुद विवेक पेशे से एकाऊंटेंट व जेएनयू के स्टुडेंट विंग का सदस्य है। 2017 में जेएनयू में कन्हैया कुमार की घटना के समय उसके सोशल मीडिया अकाउंट में राष्ट्र विरोधी कमेंट और पोस्ट लगातार आते रहे। एक दिन माँ दुर्गाजी के विषय में अभ्रद्र टिप्पणी करने पर विवेक के विरुद्ध शिकायत दर्ज हुई, जिसमें वह विचाराधीन रहा। श्री पांडेय ने कहा कि इसी दौरान उसके समर्थन में सरजू टेकाम की सक्रियता ने उसकी वामपंथी विचारधारा को प्रदर्शित किया तब हजारों की संख्या में हिन्दू जनभावना को आहत करने सरजू के नेतृत्व में आंदोलन हुए। सोनी शोरी जैसे घोर वामपंथियों ने उसके लिए मानपुर में आंदोलन किया। विवेक के परिवार द्वारा वामपंथी गतिविधि को फायनेंशियल मदद की जाती रही है। श्री पांडेय ने कहा कि कांग्रेस के सत्ता मे आने के बाद विवेक, वामपंथी विनोद वर्मा का सबसे करीबी रहा। विनोद वर्मा का सतत उसके निवास में आगमन और मुलाकात खुलेआम है।
भाजपा सांसद श्री पांडेय ने कहा कि विवेक सिंह की विचाराधारा तब और ज्यादा स्पष्ट हुई, जब वह पूर्व मुख्यमंत्री बघेल के पिता स्व. नंदकुमार बघेल का सोशल मीडिया सलाहकार बनकर सामने आया। मानपुर में ध्वज जलाने का कृत्य इसी विवेक के नेतृत्व में हुआ और भगवान राम का पुतला दहन भी हुआ और उन्होंने माता चंडी को ऐसे अपशब्द कहे जिसे मै दोहरा नहीं सकता, जनता जानती है।