रक्षा-बंधन : लायंस क्लब रायगढ़ प्राइड की बहनों ने पुलिसकर्मियों को बांधी राखी – पुलिस ने दिया सुरक्षा का वचन !

रक्षा-बंधन : लायंस क्लब रायगढ़ प्राइड की बहनों ने पुलिसकर्मियों को बांधी राखी – पुलिस ने दिया सुरक्षा का वचन !

August 17, 2024 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ रायगढ़, 17 अगस्त /  सोमवार 19 अगस्त को रक्षा-बंधन का पर्व है, इसी परिप्रेक्ष्य में पुलिस कंट्रोल रूम में रक्षा-बंधन के पावन अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें लायंस क्लब रायगढ़ प्राइड की महिला ब्रिगेड ने पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को रक्षासूत्र बांधकर इस पर्व को पहले ही और भी खास बना दिया। कार्यक्रम में रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की उपस्थिति रही।

रक्षा-बंधन के इस विशेष कार्यक्रम में लायंस क्लब रायगढ़ प्राइड की प्रेसिडेंट श्रीमती आशा बेरिवाल, रीजन चेयरपर्सन लता अग्रवाल, विनीता अग्रवाल, पूनम सिंह, सविता साव, मंजू बजनिया, सरिता अग्रवाल, अनिता गुप्ता, ममता सावडिया, मुस्कान सलूजा, शाहिना मल्लिक, और निर्मला बेरिवाल ने पुलिसकर्मियों की कलाई पर रक्षा-सूत्र बांधकर उन्हें रक्षा का प्रतीक बनाया।

एसपी दिव्यांग कुमार पटेल ने सभी को रक्षा-बंधन की शुभकामनाएं दीं और इस पर्व के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि रक्षा-बंधन रक्षा का प्रतीक है और पुलिस का कर्तव्य है कि वे समाज के सभी लोगों, विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों की रक्षा करें। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि रायगढ़ पुलिस हमेशा नागरिकों की सुरक्षा के लिए तत्पर रहेगी।

रक्षा-सूत्र पहनने के बाद पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने बहनों को सुरक्षा के लिए तत्पर रहने का वचन दिया। इस अवसर पर एडिशनल एसपी रामगोपाल करियारे, सीएसपी आकाश शुक्ला, ट्रैफिक डीएसपी रमेश चन्द्रा, डीएसपी उत्तम प्रताप सिंह, टीआई सुखनंद पटेल, प्रशांत राव, त्रिनाथ त्रिपाठी, मोहन भारद्वाज, स्टेनो अशोक देवांगन, एसआई डीपी साहू सहित कई अन्य पुलिसकर्मी उपस्थित थे।

इस कार्यक्रम ने रक्षा-बंधन पर्व की सच्ची भावना को जीवंत कर दिया, जिसमें समाज और पुलिस के बीच सुरक्षा और विश्वास का एक मजबूत बंधन स्थापित हुआ। रायगढ़ पुलिस और लायंस क्लब रायगढ़ प्राइड की महिला ब्रिगेड के इस मिलन ने एक सकारात्मक संदेश दिया कि समाज की रक्षा के लिए पुलिस हमेशा तत्पर है और यह सुरक्षा का वचन केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि एक कर्तव्य है।