राखी का त्यौहार : राजकुमार विजय आदित्य सिंह जूदेव ने साबित किया, रिश्ते खून से नहीं, प्यार से बनते हैं, सन्यासी बस्ती में भावुक हुआ माहौल, मिला सैकड़ों बहनों का प्यार
August 19, 2024राजकुमार विजय आदित्य सिंह जूदेव हुए बहनों के लाडले, रक्षाबंधन पर 100 से अधिक बहनों ने बांधी राखी
समदर्शी न्यूज़ जशपुर, 19 अगस्त/ रक्षाबंधन के पावन अवसर पर विजय आदित्य सिँह जूदेव ने निवास क्षेत्र के भागलपुर वार्ड के सन्यासी बस्ती की 100 से अधिक बहनों ने उनको राखी बांधी और उनके स्वस्थ, सुदीर्घ और खुशहाल जीवन के लिए मंगलकामनाएं की। कुमार विजय आदित्य सिँह जूदेव ने इस स्नेह और सम्मान के लिए उनका आभार प्रकट किया।
सन्यासी बस्ती की बहनों ने कहा कि विजय आदित्य उनके लिए भाई समान हैं, जो उनकी हर जरूरत का ख्याल रखते हैं। कोई भी काम हो उसके लिए हम सबके साथ तत्परता के साथ खडे रहते है, वे राजपारिवार के सदस्य राजकुमार होने के बाद भी सदैव बिलकुल शालीन ढंग से हम सबके साथ दुख सुख में खडे रहते है हमें विजय आदित्य सिँह जूदेव पर गर्व है इसलिए हमने आज उन्हें राखी बांध कर अपने स्नेह और प्रेम को प्रदर्शित किया है और जन्मो जन्म का नाता को स्नेह की डोर से और मजबूत किया है।
विजय आदित्य सिँह जूदेव को राखी बांधते समय कई बहनों की आँखें नम हो गईं। 15 वर्षीय बहन इंदु ने बताया कि मेरा कोई सगा भाई नहीं है, लेकिन विजय बाबा को को राखी बांधकर मुझे महसूस हो रहा है कि अब मेरे पास भी भाई हैं। उसने यह भी कहा कि अब वह हर साल बाबा को राखी बांधेंगी।
कुमार विजय आदित्य सिँह जूदेव ने इस अवसर पर कहा- “रक्षाबंधन का पर्व हमें रक्षा का संकल्प लेने की प्रेरणा देता है।”सन्यासी बस्ती की बहनों ने मुझे राखी बांधकर अपने प्यार और स्नेह का अहसास कराया। इसके लिए हम उनके आभारी हैं।