जशपुर में वित्तीय साक्षरता कार्यशाला का आयोजन : साइबर सुरक्षा और वित्तीय प्रबंधन पर जोर, पुलिस अधीक्षक ने कार्यशाला में लिया भाग

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समदर्शी न्यूज़ जशपुरनगर, 23 अगस्त/ जिला के विकासखंड मनोरा में स्थित जनपन पंचायत बैठक हॉल में डीएसटी, भारत सरकार, आईबीआईटीएफ, आईआईटी भिलाई के सौजन्य से पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर छत्तीसगढ़ एवं जय हो कार्यक्रम टीम मनोरा के संयुक्त तत्वाधान में तीन दिवसीय वित्तीय साक्षरता विषय पर कार्यशाला आयोजित किया गया है। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पुलिस अधीक्ष शशि मोहन सिंह उपस्थित थे।

पुलिस अधीक्षक श्री सिंह ने कहा कि आज के समय में पैसा कमाना तो मुश्किल है लेकिन सबसे ज्यादा आज के समय में पैसा बचाना बहुत ही कठिन कार्य है वित्तीय साक्षरता में साइबर सिक्योरिटी के विषय में बहुत ही विस्तृत और लाभकारी जानकारी दिए, विशेष अतिथि के रूप में डॉक्टर विजय कुमार रक्षित पूर्व प्राचार्य एवं समाजसेवी उपस्थित रहे उन्होंने वित्तीय साक्षरता विषय में जानकारी देते हुए कहा कि यह कार्यक्रम का उद्देश्य तभी सफल होगा जब आप इन जानकारी को अपने साथ-साथ सभी तक साझा करेंगे और इसको अपने जीवन में उतारेंगे। फिंनटेक परियोजना के डायरेक्टर डॉ.सुनील कुमेटी के मुख्य आतिथ्य और जय हो कार्यक्रम के जिला समन्वयक तेजराम सारथी के विशेष मार्गदर्शन में अतिथि वालेंटर भेंगरा एल डी एम जशपुर, राजेंद्र प्रेमी शिक्षक व संगीतकार, डॉक्टर राजीव रंजन तिग्गा सहायक प्राध्यापक अंग्रेजी एवं राष्ट्रीय सेवा योजना अधिकारी,एलडीओ जनपद पंचायत मनोरा, दीपक साहू सोशल वर्कर, सुमित पटेल साइकोलॉजिस्ट पंडित रवि शंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर की अध्यक्षता में मां सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर और एनएसएस इकाई बगीचा द्वारा स्वागत गीत के माध्यम से कार्यशाला का शुभारंभ किया गया।

प्रथम रिसोर्स पर्सन डॉ राजीव रंजन तिग्गा महाविद्यालय बगीचा द्वारा कहा गया की वर्तमान समय को देखा जाए तो लोगों के जीवन में पैसे की बहुत बड़ी भूमिका है हर व्यक्ति पैसे के लिए काम करता है, जितना मेहनत से पैसा कमाया जाता है उससे ज्यादा जरूरी है उस पैसे का सही प्रबंधन बचाव, बर्ताव और सुरक्षा करने का, दूसरे रिसोर्स पर्सन के रूप में शिखा शर्मा संरक्षण अधिकारी उपस्थित रही उन्होंने वित्तीय साक्षरता के साथ ही साथ लैंगिक उत्पीड़न और महिला जागरूकता संबंधित जानकारी विस्तार से प्रतिभागियों को प्रदान किए, नेहा केश वर्कर ने भी बहुत अच्छी जानकारी सभी तक साझा की ,साथ जय हो टीम मनोरा ने सभी को कार्यशाला संपन्न कराने में योगदान देने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।

अगली कड़ी में पं.रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से आये फिनटेक परियोजना के को-कोऑर्डिनेटर डॉ.टी.के. सिंह के द्वारा वित्तीय प्रबंधन को लेकर अपने उद्बोधन में कहा गया की वित्तीय अनिमियत्ता को रोकने के लिए वित्तीय व्यवहार की जानकारी होना बहुत ही आवश्यक है, एलडीएम जशपुर ने कहा कि हमारा भारत देश वित्तीय संकट की दौर से गुजर रहा है, इसका कारण है की वित्तीय प्रबंधन को लेकर सजग नहीं है ऑनलाइन फ्रॉड में फंस कर एक लिंक को टच करके मेहनत की पूरी कमाई मिनटों में गंवा दे रहे हैं जो की बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बात है।  जिला समन्वयक तेजराम सारथी ने प्रतिभागियों को बताया कि हमारा जो क्षेत्र है वह अति पिछड़ा जनजातीय क्षेत्र है जहां पर निवासरत आमजन कम पढ़े लिखे हैं जिससे वो स्वयं जानकारी से वंचित रहते हैं और जानकारी के अभाव में अपने परिवार, गाँव के लोगों को पैसे के लेनदेन,वित्तीय प्रबंधन के बारे में जागरूक नहीं कर पाते हैं जिससे आए दिन ग्रामवासी ऑनलाईन फ्रॉड की शिकार हो जाते हैं, कार्यक्रम के को-कोऑर्डिनेटर आशुतोष शर्मा ने वित्तीय लेनदेन संबंधित जानकारी छात्र-छात्राओं कार्यशाला में दी, इस कार्यशाला में गवर्नमेंट हाई सेकेंडरी स्कूल के राष्ट्रीय सेवा योजना अधिकारी शिवचरण भगत व मीनाक्षी श्रीवास्तव का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ।

जनपद पंचायत हाल में स्व सहायता समूह की महिला, राष्ट्रीय स्वयंसेवक एवं 50 ग्रामीण शामिल होकर प्रशिक्षण ले रहे हैं।कार्यशाला को सफलतापूर्वक संपन्न कराने में पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर जय हो कार्यक्रम टीम मनोरा,जशपुर संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन कर रही संयोजिका शालिनी गुप्ता, राष्ट्र सेवा योजना इकाई मनोरा, गुरुदेव प्रसाद अभिषेक, सुलोचना, तेजल,सिद्धि और रवि यादव सभी का सहयोग प्राप्त हुआ।

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