पेड़ के नीचे बैठने पर आकाशीय बिजली से किसान सेतराम भारद्वाज की मौत

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समदर्शी न्यूज़ सारंगढ़बिलाईगढ़, 8 सितम्बर/ आकाशीय बिजली गिरने की घटना से सारंगढ़ विकासखंड के ग्राम रेड़ा के किसान सेतराम भारद्वाज का रविवार के दोपहर में खेत के काम के दौरान हो मौत हो गया। आकाशीय बिजली पेड़ के पास गिरी, पेड़ के नीचे बैठे किसान सेतराम भारद्वाज जिससे खेत में गिर गया, जबकि वहां खेत में काम कर रहे श्रमिक गण सकुशल है। पेड़ के नीचे नही बैठते तो शायद उनकी मौत नही होती।  श्रमिकों द्वारा जानकारी मिलने पर सारंगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया, जहां पोस्टमार्टम के बाद पार्थिव शरीर को परिजनों को सौंपा गया है। वरिष्ठ पत्रकार भरत अग्रवाल बताते हैं कि पांच साल पहले रेड़ा के नजदीक ग्राम हरदी के हवाई पट्टी मंदिर के पास आकाशीय बिजली से 7 महिलाओं की मौत हुई थी, वह दिन भी रविवार और समय भी दोपहर 2 से 3 बजे के बीच हुआ था।

आकाशीय बिजली के दौरान मंदिर और पेड़ के नीचे आश्रय नहीं लेना चाहिए

पेड़ के नीचे आकाशीय बिजली गिरने की संभावना अधिक होती है। जब आकाशीय बिजली पेड़ के नीचे गिरती है, तो यह पेड़ को नुकसान पहुंचा सकती है, और आसपास के लोगों को भी खतरा हो सकता है। पेड़ के नीचे आकाशीय बिजली गिरने के कुछ कारण हैं: पेड़ की ऊंचाई, पेड़ के तने और शाखाएं, पेड़ की नमी बिजली को आकर्षित करती है। नागरिकों द्वारा पेड़ के नीचे आकाशीय बिजली गिरने से बचने के लिए सावधानियां बरती जा सकती हैं। जैसे कोई भी नागरिक पेड़ के नीचे न खड़े हों, पेड़ के नीचे बैठने से बचें, पेड़ के नीचे खेलने से बचें, पेड़ के नीचे आश्रय लेने से बचें आदि।

मंदिर के नीचे आकाशीय बिजली गिरने की संभावना कम होती है, लेकिन यह असंभव नहीं है। मंदिरों में अक्सर ऊंचे शिखर और धातु के कलश होते हैं, जो बिजली को आकर्षित कर सकते हैं। मंदिर के नीचे आकाशीय बिजली गिरने के कुछ कारण में मंदिरों के ऊंचे शिखर, मंदिरों में धातु के कलश और अन्य धातु की वस्तुएं, मंदिरों में विद्युतीय चालकता वाली वस्तुएं, जैसे कि धातु के द्वार और खिड़कियां, बिजली को आकर्षित कर सकती हैं।

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