सनसनीखेज मामला : आपसी विवाद में उन्माद में आई पत्नी ने बांस से पति को मारकर उतारा मौत के घाट, गिरफ्तार

सनसनीखेज मामला : आपसी विवाद में उन्माद में आई पत्नी ने बांस से पति को मारकर उतारा मौत के घाट, गिरफ्तार

September 8, 2024 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ अम्बिकापुर, 8 सितंबर/ सरगुजा पुलिस द्वारा गंभीर अपराधों में शामिल आरोपियों पर लगातार सख़्ती से कार्यवाही कर आरोपियों की धरपकड़ की जा रही हैं, इसी क्रम में मामले का विवरण इस प्रकार हैं कि प्रार्थी साजाराम नागेश साकिन बटवाही चौकी रघुनाथपुर द्वारा दिनांक 07/09/24 को चौकी रघुनाथपुर आकर रिपोर्ट दर्ज कराया गया कराया कि घटना दिनांक 06/09/24 को प्रार्थी के भाई मृतक दिलसाय नागेश का अपनी पत्नी पनमेश्वरी से लाइट जलाने की बात से लड़ाई झगड़ा हो रहा था।

तब सूचक अपने भाई बहु में लड़ाई झगड़ा होते देख भाई के बच्चों को अपने तरफ ले गया जो बाद में लगभग 10 बजे प्रार्थी का भाई मृतक दिलसाय नागेश और पनमेश्वरी आपस में मारपीट करने लगे तब प्रार्थी जाकर देखा तो इसकी बहुरिया पनमेश्वरी बॉस के बहिंगा से अपने पति दिलसाय नागेश को मारपीट कर रही थी और दिलसाय के गर्दन में दांत से काट दी थी, दिलसाय मौक़े पर पलंग के पास गिरा पड़ा हुआ था जिसे बाद में ईलाज हेतु रघुनाथपुर अस्पताल ले जाने पर मृतक दिलसाय फौत कर गया हैं, मामले में प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना लुन्ड्रा में अपराध क्रमांक 210/24 धारा 103(1) बी.एन.एस. का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

दौरान विवेचना पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण कर शव पंचनामा कर मृतक के परिजनों के बयान दर्ज किये गए, पुलिस टीम द्वारा मामले की आरोपिया पनमेश्वरी को तलब कर पूछताछ किया गया जो आरोपिया द्वारा अपना नाम पनमेश्वरी नागेश उम्र 25 वर्ष साकिन बटवाही खोखीपारा चौकी रघुनाथपुर का होना बताई आरोपिया से घटना के सम्बन्ध में पूछताछ किये जाने पर आपसी लड़ाई झगडे में अपने पति कों बॉस के बहिंगा से सर में मारपीट कर एवं दांत से गले में काटकर मृतक को गंभीर चोट कारित कर हत्या कारित करना स्वीकार किया गया, आरोपिया के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त बॉस का बहिंगा जप्त किया गया हैं, आरोपिया के विरुद्ध अपराध सबूत पाये जाने से गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जाता हैं।

सम्पूर्ण कार्यवाही मे चौकी प्रभारी रघुनाथपुर उप निरीक्षक राजेंद्र सिंह, महिला आरक्षक संपत्ति भगत, आरक्षक राकेश एक्का, अरविंद तिवारी , हरिलाल सिंह पैकरा, रविन्द्र निकुंज शामिल रहे।