साय सरकार षड़यंत्रों वाली सरकार बन गयी है, मो. अकबर के खिलाफ एफआईआर भाजपा सरकार की खीझ, कानून व्यवस्था नहीं संभल रहा तो विपक्षी नेताओं को निशाना बनाया जा रहा – दीपक बैज

साय सरकार षड़यंत्रों वाली सरकार बन गयी है, मो. अकबर के खिलाफ एफआईआर भाजपा सरकार की खीझ, कानून व्यवस्था नहीं संभल रहा तो विपक्षी नेताओं को निशाना बनाया जा रहा – दीपक बैज

September 10, 2024 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ रायपुर, 10 सितंबर/ पूर्व मंत्री मो. अकबर के खिलाफ किये गये एफआईआर को कांग्रेस ने भाजपा सरकार का राजनैतिक षड़यंत्र बताया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता मो. अकबर के खिलाफ भाजपा सरकार ने गलत और विद्वेषपूर्वक मुकदमा दर्ज कराया है। भाजपा सरकार 8 महीने में ही अलोकप्रिय हो चुकी है। सरकार से कानन व्यवस्था नहीं संभल रही है। बिगड़ते कानून व्यवस्था के कारण सरकार की बदनामी हो रही है। अतः सरकार खीझ में कांग्रेस नेताओं के खिलाफ षड़यंत्रपूर्वक झूठे मुकदमे दर्ज कर रही है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश के खिलाफ विद्वेषपूर्वक मुकदमा दर्ज किया गया। विधायक देवेन्द्र यादव को जेल भेजा गया। अब पूर्व मंत्री के खिलाफ बिना किसी आधार के एफआईआर दर्ज किया गया है।

पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर के खिलाफ एफआईआर को घिनौना राजनैतिक षड़यंत्र करार देते हुए  प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा है कि अपनी नाकामी पर परदेदारी करने के लिए भाजपा की सरकार के इशारे पर पूर्व मंत्री के खिलाफ षड्यंत्र रचा गया है। बिना जांच के पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करना राजनैतिक षड़यंत्र का प्रमाण है। जब नौकरी लगने के नाम पर ठगी के मामले में आरोपी देवेंद्र के खिलाफ डोंडी थाने, जिला बालोद में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई थी, उसमें मोहम्मद अकबर का नाम नहीं था, जब डोंडी थाने के थाना प्रभारी के नाम पर मृतक देवेंद्र ने लिखित कथन दिया था उसमें तक मोहम्मद अकबर का नाम नहीं था फिर अचानक एक सुसाइड नोट आता है जिसमें ना नाम है, ना तिथि है, बिना जांच के उस संदिग्ध पत्र के आधार पर पूर्व मंत्री पर एफआईआर दर्ज करना भाजपा सरकार के प्रशासनिक आतंकवाद और दमनकारी नीतियों का प्रमाण है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा है कि साय सरकार की पुलिस के द्वारा यदि नौकरी लगने के नाम पर ठगी करने वाले आरोपी के खिलाफ समय रहते कार्यवाही कर ली गई होती, आरोपी को समय पर गिरफ्तार कर लेते तो पीड़ितों को भी न्याय मिल गया होता और देवेंद्र की आत्महत्या जैसी घटना भी शायद नहीं होती। अपनी नाकामी को छुपाने के लिए भाजपा की सरकार कांग्रेस के नेताओं पर दुर्भावनापूर्वक एफआईआर करना भाजपा के प्रशासनिक आतंकवाद का प्रमाण है।