जशपुर में धार्मिक विवाद गहराया : जशपुर विधायक की ईसा मसीह पर टिप्पणी से मचा बवाल, पूर्व संसदीय सचिव यू.डी. मिंज ने जताई आपत्ति, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने पर विधायक पर कार्यवाही की मांग

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समदर्शी न्यूज़ कुनकुरी, 11 सितंबर/ पूर्व संसदीय सचिव यू. डी. मिंज ने जशपुर विधायक रायमुनि भगत के ईसा मसीह के ऊपर दिए गए बयान की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि एक विधायक होते हुए भी उन्होंने दूसरे धर्म के ईष्ट के ऊपर शर्मनाक बयान दिया है। जशपुर एक बेहद शांत जिला है जहां सभी जाति और धर्म के लोग मेल प्रेम से निवास करते हैं सभी धार्मिक उत्सव मिल जुल कर मनाते हैं। धर्मानद्धता फैलाने के लिए भाजपा विधायक ईसाई धर्म के साथ ईसा मसीह जी पर स्तर हीन बयान देकर अपने आप को बड़ा नेता बनने का प्रयास कर रही है हम इस बयान कि कड़ी शब्दों में निंदा करते है।

पूर्व विधायक ने आगे कहा कि सत्ता के नशे में चूर विधायक रायमुनी भगत यह भूल गई है कि इस देश सब धर्म को मानने वालों को रहने का अधिकार है और संविधान में सभी धर्म को सामान अवसर है लेकिन भाजपा का काम ही धार्मिक उन्माद फैला कर वोट हासिल करो यही जशपुर जशपुर विधायक कर रहीं है जो कि उनकी अपरिस्कृत और घटिया मानसिकता परिचायक है. उन्हें राजनीती करना है करें लेकिन अपने गिरते ग्राफ को बचाने के लिए धर्म का आड़ लेना कायरता और विकृत मानसिकता को दिखाता है।

श्री मिंज ने कहा कि रायमुनि भगत ने ईसा मसीह पर अमर्यादित टिप्पणी से स्वयं मुझे तथा हमारी समुदाय की आस्था एवं विश्वास को गहरा एवं गंभीर चोट पहुँचा है। एक संवैधानिक पद पर होकर उनसे ऐसे वक्तब्य की उम्मीद नहीं था,उन्होंने कहा कि विधायक रायमुनि भगत ने ईसा मसीह पर अमर्यादित टिप्पणी किसी धार्मिक कार्यक्रम में नहीँ कही है बल्कि उन्होंने शासकीय कार्यक्रम में अपनी इमेज़ बढ़ाने के लिए की है जिसके लिए हम उनपर कारवाई की माँग करते है।

पूर्व विधायक यू डी मिंज ने श्रीमती रायमुनी भगत, विधायक जशपुर द्वारा जानबूझकर ईसाईयों के धर्म और धार्मिक विश्वासों पर गलत टिप्पणी कर ईसाइयों के विश्वास का साशय अपमान करके उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने के उद्देश्य से ऐसा दुर्भावनापूर्ण भाषण देने का कृत्य किया गया है। श्रीमती रायमुनी भगत, विधायक जशपुर के इस भाषण से ईसाईयों के धर्म और धार्मिक विश्वासों का अपमान हुआ है और मेरी धार्मिक भावना को गहरी ठेस पहुँची है। धर्म को लेकर किया गया यह टिप्पणी ईसाई समुदाय एवं अन्य समुदायों के मध्य शत्रुता एवं घृणा वैमन्सयता फैलाने का कार्य किया गया है। जोकि अपराध की श्रेणी में आता है।

ज्ञात हो कि जशपुर विधायक श्रीमती रायमुनी भगत द्वारा दिनांक 01 सितम्बर 2024 को ग्राम-ढंगनी, थाना-आस्ता, तहसील-मनोरा, जिला जशपुर (छ.ग.) में भुंईहर समाज के सामुदायिक भवन के भूमिपूजन के कार्यक्रम में दिये गये भाषण का वीडियो सोशल मीडिया व्हाट्सएप्प में वायरल हुआ है।

रायमुनी भगत के द्वारा सर्वजानिक रुप से दिये गये भाषण व वक्तब्य में जशपुरिया सादरी बोली में कहा कि, आइज अगर ई-ईसाई मन अल्पसंख्ख्यक होवेक कर डर से अपने आप के सबसे बड़ा आदिवासी मानोथें। मोंये ई मंच कर माध्यम से कहीं अगर सुनथें तो अपन बात के पहुँचा एक चाहथों। जे अपने आप के यीशु मसीह कर औलाद समझथै, यीशु मसीह ओ यीशु मसीह हीके जे अपने आप के धरा खूँटूटा में ठोइक देलैं यीशु मसीह के ठोंकलैं कि नहीं, ठोंइक हैं कि नहीं? अरे लहु लुहान ओके कोड़ा मारते मारते पहाड़ में चढ़ाई देलें। अपने आप के बचाएक नी सकलक, तो हमके मनके बचाई का ? ओ कहेन उज्जा चोचस, जी उठलक। मोरल आदमी का जी उठेल? अगर जी उठतै तो दुनिया में आदमी सोब जीये जातैं। हमें तो मोरोथी लेकिन ईसाई मन कर तो मरघटे नी होएक चाही होले। नी मोरतै होले मरघट कहाँ रहतक? जहाँ देखबे तहाँ चरका-चरका लीप-पोइत के। अब भाई हमें तो हिन्दू मन नी लीपेक जाइल नी मरघट के। ओ मन तो लीपेन, अगरबत्ती जलाएन, फूल चढ़ाएना-तो ओ मन नी भूत के मानेन, हमें तो नी नी मानीला। कि, गलती कहथों? ओ मन रोज ओ जी उठबैं कइह के जाएन मरघट में, दिवाली पहुँचेल खने।

भाषण का हिन्दी अनुवाद इस प्रकार है कि, आज ईसाई लोग अल्पसंख्यक होने के डर से अपने आप को सबसे बड़ा आदिवासी मान रहे हैं। मैं इस मंच के माध्यम से कहीं अगर सुन रहे हों तो अपनी बात पहुँचाना चाहती हूँ। जो अपने आप को यीशु मसीह की औलाद समझते हैं, यीशु मसीह वो यीशु मसीह है, जो अपने आप को सूली पर ठोंक दिये यीशु मसीह को, ठोंके कि नहीं, ठोंके है कि नहीं? अरे लहु लुहान उसको कोड़ा मारते-मारते पहाड़ पर चढ़ा दिए। अपने आप को बचा नहीं पाया तो हम लोगों को बचायगा क्या? वे कहते हैं, उज्जा चोचस, जी उठा। मरा आदमी क्या जी उठता है? अगर जी उठते तो दुनिया में सब जी ही जाते। हम तो मर रहे हैं लेकिन ईसाईयों का तो मरघट ही नही होना चाहिए। नहीं मरते तो मरघट कहाँ रहता। जहाँ देखो वहाँ सफेद-सफेद लीप-पोत कर। अब भाई हम तो हिन्दू लोग मरघट को लीपने नहीं जाते हैं न? वो लोग लीपते हैं, अगरबत्ती जलाते हैं, फूल चढ़ाते हैं, तो वो लोग न भूत को मानते हैं, हम तो नहीं न मानते है। या गलत कह रहीं हूँ? वो लोग रोज ओ जी उठेंगें कह कर जाते हैं मरघट में, दीवाली पहुँचती हैं तब।

समाज के प्रतिनिधियों ने आस्था थाने सहित जशपुर जिले के सभी थानों में श्रीमती रायमुनी भगत, विधायक जशपुर के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 196, 299, 302 एवं अन्य सुसंगत कानूनी धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर कानूनी कार्यवाही करने की माँग की है।

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