भाजपा सरकार की दुर्भावना से 27 लाख महिलाओं के समक्ष रोजी रोटी का संकट – सुरेंद्र वर्मा

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गोठानों में तालाबंदी, तैयार वर्मी कंपोस्ट, सुपर कंपोस्ट, गौमूत्र दवा और अन्य उत्पादों के विक्रय और भुगतान रोक दिए

समदर्शी न्यूज़ रायपुर, 13 सितंबर/ विगत नौ महीनों से छत्तीसगढ़ में गोठानों की बदहाली, दुर्दशा और रोजगार के अवसर को बाधित करने का आरोप लगाते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि भाजपा की सरकार द्वारा दुर्भावना पूर्वक अचानक गोठान बंद कर दिया गया जिसके कारण छत्तीसगढ़ की 27 लाख लाख़ बहनें, जो महिला समूहों के माध्यम से गोठानों से संबद्ध होकर अपनी आजीविका कमा रही थी, उनके समक्ष रोजी रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है। कई गोठानों में प्रॉसेस किया हुआ वर्मी कंपोस्ट, सुपर कंपोस्ट, गौमूत्र से निर्मित जैविक कीटनाशक दवाएं पैकिंग होकर रखे हुए हैं, उन पर अघोषित तौर पर प्रतिबंध लगा है, विक्रय पर रोक है। गौ-कास्ट, दिया, गमले, अगरबत्ती जैसे गोठानों में निर्मित अन्य उत्पादों को, जो गोठानों में काम करने वाली महिला समूह की बहनों ने बड़ी मेहनत से बनाया है, उसके विक्रय को भी भाजपा की सरकार बनने के बाद से बाधित करके रखा है, जिसके चलते छत्तीसगढ़ की लाखों महिलाओं के समक्ष जीवन यापन की समस्या उत्पन्न हो गई है।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने भारतीय जनता पार्टी की साय सरकार पर महिला विरोधी और रोजगार विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा है कि 9 महीने की भाजपा सरकार के दौरान रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराने के लिए कोई काम नहीं हुए, उल्टे यह जन विरोधी सरकार रोजगार के अवसर कम करने और छीनने का काम कर रही है। पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार ने छत्तीसगढ़ में लगभग 10 हजार गोठान बनाए थे, जिसमें से 7 हजार गोठान स्वावलंबी हो चुके थे, गोठान समिति और महिला स्व-सहायता समूह की बहने मिलकर काम कर रहे थे, लेकिन वर्तमान भाजपा की सरकार ने बिना सोचे समझे, दुर्भावनापूर्वक उन गोठानों का संचालन बंद कर दिया, यही नहीं जो गोबर विक्रय किए थे, उनका भुगतान नहीं हुआ, वनांचल क्षेत्र में जो पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार ने 7 से बढ़कर 74 वनोपजों की समर्थन मूल्य पर खरीदी की थी, उसके प्रोसेसिंग का काम भी उस क्षेत्रों में संचालित गोठनों में कार्यरत महिला समूह की बहने करती थी, जिनके विक्रय के उपरांत लाभांश भी उन महिला समूहों को मिलता था, भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद से वनांचल क्षेत्र के गोठानों में संचालित वनोपजों की प्रोसेसिंग भी अघोषित रूप से बंद कर दी गई है, जिससे लाखों महिलाओं के समक्ष जीवन यापन का संकट उत्पन्न हो गया है।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार के दुर्भावना के चलते गोठानों के लिए संरक्षित डेढ़ लाख एकड़ से अधिक जमीन पर सत्ता के सरंक्षण में भू माफियाओ के कब्जे हो रहे हैं, गोवंशी पशु सड़कों पर दुर्घटना के शिकार होने के लिए मजबूर है, छत्तीसगढ़ के किसान खुली चराई से परेशान हैं, खेती कर पाना मुश्किल हो रहा है, जैविक खेती को बढ़ावा देने का ढोंग करने वाले भाजपाई कमीशनखोरी में मस्त है। भाजपा की सरकार में छत्तीसगढ़ में नकली खाद, नकली दवा नकली बीज के रैकेट को संरक्षण मिल रहा है। जैविक खेती, वर्मी कंपोस्ट और सुपर कंपोस्ट के लिए किस भटक रहे हैं और महिला समितियां के परिश्रम से निर्मित वर्मी कंपोस्ट, सुपर कंपोस्ट गौमूत्र दवा और अन्य उत्पाद गोदामों में कैद हैं, अपने खून पसीने की कमाई का प्रतिफल पाने के लिए छत्तीसगढ़ की बहन बेटियां दर-दर भटकने के लिए मजबूर है।

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