अवधूत बाबा समूहरत्न रामजी का महानिर्वाण दिवस पर श्री समवर्ती समूह आश्रम में भण्डारा आयोजित

अवधूत बाबा समूहरत्न रामजी का महानिर्वाण दिवस पर श्री समवर्ती समूह आश्रम में भण्डारा आयोजित

September 20, 2024 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ कुनकुरी, 20 सितंबर/ श्री समवर्ती समूह के संस्थापक परमपूज्य अवधूत बाबा समूहरत्न रामजी के महानिर्वाण दिवस पर श्री समवर्ती समूह संस्थान् देवस्थानम् व श्री अघोरेश्वर भगवान राम गुरूकुल आश्रम ग्राम महुआटोली (कण्डोरा) मुख्यालय में पूजन आरती के साथ भण्डारा आयोजित किया गया।

महानिर्वाण दिवस के इस आयोजन के अन्तर्गत प्रातः परमपूज्य अवधूत बाबा की समाधी एवं चरण पादुकाओं का पूजन व आरती के पश्चात् सफल योनी का पाठ एवं हवन किया गया। जिसके उपरांत श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरण किया गया। अंचल के विभिन्न क्षेत्रों सहित निकटवर्ती पड़ोसी राज्यों उड़ीसा, झारखण्ड एवं देश व अंचल के अनेक स्थानों से भक्तगण अपने श्रद्धासुमन अर्पित करने श्री समवर्ती समूह आश्रम के आयोजन में सम्मिलित हुए।

सरकार बाबा के अंतिम शिष्य एवं मुड़िया साधु परमपूज्य अवधूत बाबा श्री समूहरत्न रामजी द्वारा श्री समवर्ती समूह आश्रम भी अघोरेश्वर महाप्रभु के पावन उद्देश्यों की पूर्ति के लिये ग्राम महुवाटोली कण्डोरा में स्थापित किया गया है। अघोरेश्वर के बताये मार्ग पर निरंतर चलते रहकर उनके कार्यो को आगे बढ़ाने का संदेश भी इस अवसर पर आयोजित विचार गोष्ठी में आयोजन समिति के पदाधिकारियों एवं आश्रम के वरिष्ठजनों के द्वारा दिया गया है।

इस अवसर पर आयोजित गोष्ठी की अध्यक्षता हाईकोर्ट के सेवानिवृत न्यायाधीश श्री सी बी बाजपेयी के द्वारा की गई। इस गोष्ठी में आश्रम के विकास कार्यो को सम्पूर्णता एवं गति प्रदान करने का संकल्प भी लिया गया। इस अवसर पर संतोष बाबा, व्यवस्थापक अरूण सिंह, उपाध्यक्ष मुरारी अग्रवाल, भरत सिंह, बिसुन राम, अनुप बड़ाईक, समीर शर्मा, दिनेश शर्मा सहित संस्था के पदाधिकारी एवं शिष्यगण सम्मिलित हुए।

महानिर्वाण दिवस श्री समवर्ती समूह के वर्ष भर में आयोजित होने वाले आयोजनों में प्रमुख आयोजन है। इस अवसर पर आयोजित भण्डारा में भारी संख्या में लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। समूह की ओर से निराश्रितों, कुष्ठ रोगियों, दिव्यांगों, वृद्धों एवं निर्धनों व बच्चों में सैकड़ों की संख्या में कम्बल, साड़ी एवं वस्त्र आदि वितरित किये गये। महानिर्वाण दिवस के इस आयोजन में प्रतिवर्षानुसार प्रातः से सायं तक श्रद्धालुओं का आश्रम परिसर में जमघट लगा रहा।