न्यायालय बगीचा की लोक अदालत: न्याय और सुलह का बेहतरीन उदाहरण, विवादों का शांतिपूर्ण समाधान, समाज में सद्भावना का संचार

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समदर्शी न्यूज़ जशपुर, 21 सितंबर/ व्यवहार न्यायालय बगीचा माननीय जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री मंसुर अहमद, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री डमरूधर चौहान, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री महेश राज के दिशा निर्देशन में नेशलन लोक अदालत का आयोजन किया गया। लोक अदालत में पीठासीन अधिकारी श्रीमती कामिनी वर्मा के द्वारा समझाईश दिये जाने पर उभयपक्षों के द्वारा आपस के विवाद को समाप्त कर राजीनामा किया गया।

व्यवहार न्यायालय बगीचा में राजीनामा योग्य प्रकरण मोटरयान अधिनियम आबकारी अधिनियम, घरेलू हिंसा से महिलाओ का संरक्षण अधिनियम, चेक बाउण्स तथा प्रोलिटिगेशन के कुल 278 प्रकरणों को निराकृत किया गया।

पक्षकारों को स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने हेतु स्वास्थ्य शिविर का भी अयोजन किया गया।

ग्राम सेमरजोबला बेन्दोपानी के रहने वाले के मध्य शराब के नशे में छोटी सी बात को लेकर गाली गलीच एवं मारपीट हो गया था। लोक अदालत में दोनों पक्षों को बुलाकर पीठासीन अधिकारी श्रीमती कामिनी वर्मा एवं सदस्यगण श्री एस०एस० वर्मा, श्री रविन्द्र नायक के द्वारा राजीनामा हेतु समझाईश दिया गया। उभयपक्षों ने स्वेच्छा से राजीखुशी से राजीनामा किया और भविष्य ने आपसी सामंजस्य से रहने हेतु इच्छा दर्शित किया।

सामरबार बगीचा निवासी तथा देवंडांड, तहसील सन्ना, निवासी के मध्य 1,48,000/-रूपये चेक के माध्यम से देन देन संबंधी विवाद था, जिसमें दोनो पक्षकारों के मध्य राजीनामा कराकर प्रकरण समाप्त किया गया।

ग्राम बटईकेला, निवासी के मध्य धरेलू हिंसा संबंधी प्रकरण विद्यमान था, जिसमें दोनों पक्षकारों को न्यायालय द्वारा समझाईश दिये जाने पर पुनः राजी खुशी से, आपसी सहमति से पति-पत्नि के रूप में सुख पूर्वक जीवन निर्वाह कर रहे है। दोनों पक्ष स्वेच्छा से बिना किसी दबाव के एक-दूसरे के साथ रहने लगे। राजीनामा के आधार पर प्रकरण समाप्त किया गया।

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