छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के बीच परीक्षा की समस्या को लेकर हेमचन्द विश्वविद्यालय के छात्रों मे रोष, मांग ऑनलाइन मोड में हो परीक्षाएं…राज्य सरकार के फैसले का इंतजार

Advertisements
Advertisements

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,

दुर्ग. छत्तीसगढ़ में कोरोना की इस बढ़ती लहर के बीच एक बार फिर परीक्षा का समय आ गया है। कोरोना के नए वेरिएंट ने भी छत्तीसगढ़ में पैर पसारना शुरू कर दिया है। ऐसे में अब विद्यालय और विश्वविद्यालयों के छात्र परीक्षा को लेकर असमंजस में पड़ गए है। पिछले दो वर्षो से राज्य सरकार ने कोरोना के मद्देनजर ऑनलाइन मोड में परीक्षा लेने का फैसला लिया था। प्रदेश में अचानक बढ़ रही इस महामारी के बीच में ऑफलाइन मोड में परीक्षा लेने के फैसले से छात्र काफी डरे हुए है। आए दिन जिस तरह कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन का संक्रमण बढ़ रहा है। इसे देखते हुए विश्वविद्यालयों के छात्र अब ऑनलाइन मोड में ही परीक्षा लेने की मांग कर रहे है।

दुर्ग हेमचंद विश्वविद्यालय ने भी अभी तक ऑनलाइन एग्जाम की घोषणा नहीं की है जबकि इस मामले को लेकर एनएसयूआई के छात्रों ने आंदोलन कर ज्ञापन भी सौंपा है। वहीं कुछ विश्वविद्यालय ऑनलाइन की घोषणा कर चुके है।

प्रदेश के कुछ यूनिवर्सिटी भी कोरोना महामारी और छात्रों की जान के खतरे को देखते हुए ऑनलाइन मोड में परीक्षा लेने को राजी हो गए है। छात्रों का कहना है की ऑफलाइन मोड में परीक्षा होने से छात्रों की जान खतरे में पड़ सकती है। प्रदेश में अचानक बढ़े इस कोरोना महामारी के बीच अब छात्रों को राज्य सरकार के फैसले का इंतजार है।

मिली जानकारी के मुताबिक, रेलवे स्टेशन में छत्तीसगढ़ के बाहर से आए यात्रियों की कोरोना जांच की जा रही है। जिसके बाद यात्रियों को 14 दिन के होम आइसोलेशन के लिए भेजा जा रहा है। ऐसे में बाहर से यात्रा करके आए विद्यार्थी परीक्षा में कैसे सम्मिलित होंगे यह भी बड़ा सवाल है।

प्रदेश भर में 5,151 नए मरीज मिले

छत्तीसगढ़ में मंगलवार रात 8 बजे तक कोरोना के 5 हजार 151 नए मरीज मिले हैं। वहीं 483 लोगों को डिस्चार्ज किया गया। इसमें से 102 लोगों को अस्पतालों से छुट्‌टी दी गई। मंगलवार को 55 हजार 946 नमूनें लिए गए हैं। अब प्रदेश में सक्रिय मरीजों की कुल संख्या 23 हजार 886 हो गई है। यह कोरोना की दूसरी लहर के गुजर जाने के बाद सक्रिय मरीजों की सबसे बड़ी संख्या है।

संक्रमण दर 9.21% तक पहुंच गया

छत्तीसगढ़ की संक्रमण दर बढ़कर 9.21% तक पहुंच गया है। एक जनवरी को यह दर केवल 1.18% था। दिसम्बर के दूसरे सप्ताह तक तो यह दर एक फीसदी से भी कम था। दिसम्बर के आखिरी सप्ताह से केस बढ़ने लगे और दो सप्ताह ही प्रदेश में मरीजों की संख्या बढ़कर 23 हजार से अधिक हो गई है। पिछले तीन दिनों से लगातार मौतों की भी रिपोर्ट आ रही है।

संक्रमण ने दुर्ग में खतरनाक रफ्तार पकड़ी

मंगलवार को सबसे अधिक एक हजार 454 मरीज रायपुर जिले में ही मिले हैं। अब यहां 7 हजार 266 मरीज हैं। इस बीच दुर्ग जिले में संक्रमण ने खतरनाक रफ्तार पकड़ी है। यहां 950 नए मरीज मिले हैं। इसमें भिलाई विधायक देवेंद्र यादव, महापौर नीरज पाल जैसे लोग भी शामिल हैं। अब दुर्ग-भिलाई में दो हजार 962 एक्टिव केस हैं। मंगलवार को रायगढ़ में 596, कोरबा में 443, बिलासपुर में 396 और जांजगीर-चांपा में 255 नए मरीज मिल गए हैं।

बस्तर में भी हालात बिगड़े, जगदलपुर में नाइट कर्फ्यू

कोरोना की तीसरी लहर से बस्तर में भी हालात बिगड़े हैं। जिला प्रशासन ने जगदलपुर में रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू की घोषणा की है। पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है। बस्तर में 53 नए मरीज मिले हैं। वहीं संभाग के दूसरे जिलाें कोण्डागांव में 13, दंतेवाड़ा में 69, सुकमा में 23, कांकेर में 78, नारायणपुर में 16 और बीजापुर में 31 नए मरीज मिले हैं।

Advertisements
Advertisements
error: Content is protected !!