कांग्रेस सरकार की अनदेखी के कारण प्रदेश में आदिवासी प्रताड़ना की शिकायतें बढ़ी, बलरामपुर कलेक्टर पर एक्ट्रोसिटी के तहत हो मामला दर्ज : विकास मरकाम
January 12, 2022समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,
रायपुर, भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विकास मरकाम ने बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में कलेक्टर द्वारा अर्दली से मारपीट की घटना सामने आने के बाद कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से आदिवासी प्रताड़ना की शिकायतें बहुत बढ़ी हैं। इस बार तो हद ही पार हो गया है, जिले में सरकारी अमले का मुखिया ही अपने अधीनस्थ छोटे कर्मचारी को जातिगत गाली देकर मारपीट कर रहा है।
इस घटना के सामने आने के बाद से पूरे प्रदेश में आदिवासी समाज भी काफी आक्रोशित है और कार्रवाई की मांग कर रहा है। उक्त घटना बीते 9 जनवरी की है, जब कलेक्टर बंगले में पदस्थ अर्दली के साथ मारपीट कर जमकर गाली गलौज की गई। जिसके बाद अर्दली ने कलेक्टर पर कार्रवाई की मांग करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखा है। इससे पहले भी राज्य में ऐसी कई घटनाएं हुई है जिसमें आदिवासी समाज सरकार के आगे न्याय की गुहार लगाते रहा है, परंतु कोई कार्यवाही नहीं की गई।
उक्त घटना में अर्दली का नाम शिवनारायण राम है। उसने पत्र में लिखा है कि वह 2012 से कलेक्टर कार्यालय में पदस्थ है। 9 जनवरी को कलेक्टर ने उसके आदिवासी होने पर तंज कसते हुए गाली दी और 5 झापड़ मारा। उसने कहा कि इस घटना को कार्यालय के सभी कर्मचारियों ने देखा है। शिवनारायण ने यह भी लिखा है कि वह स्वयं के साथ परिवार के मानसिक और शारीरित तौर पर प्रताड़ित हुआ है इसलिए कलेक्टर पर उचित कार्रवाई होनी चाहिए। अर्दली ने मुख्यमंत्री के साथ-साथ सर्व आदिवासी समाज और कर्मचारी संघ को भी चिट्ठी भेज न्याय की गुहार लगाई है।
गौरतलब है कि कांग्रेस के नेता आदिवासियों के हितों की रक्षा के लिए तमाम वादे और बातें करते रहे है किन्तु इस मामले में अब तक एक भी कांग्रेसी नेता की ओर से बयान या टिप्पणी न करना कई तरह के सवालियां निशान तो खड़े करता ही है, साथ ही यह भी सिद्ध होता है कि भूपेश बघेल की सरकार आदिवासी समाज के लिए कितना चिंतित है।
विकास मरकाम ने भूपेश बघेल सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ही आदिवासियों का जीवन असुरक्षित व संकट में है, हर तरफ अपराध फल फूल रहा है। सिल्गेर की घटना हो या पहाड़ी कोरवा और बैगा अतिसंरक्षित आदिवासियों के साथ दुष्कर्म और हत्या का मामला हो, हर बार इस सरकार ने ढुलमुल रवैया अपनाया जिसके कारण आज कलेक्टर जैसे महत्वपूर्ण पद पर बैठा व्यक्ति जातिगत गाली गलौच कर मारपीट कर रहा है। उन्होंने प्रदेश की कांग्रेस सरकार को आगाह करते हुए कहा है कि बलरामपुर कलेक्टर पर अजा अजजा प्रताड़ना के एक्टोसिटी के तहत मामला दर्ज कर कड़ी कार्यवाही करे नहीं तो अजजा मोर्चा आंदोलन करने बाध्य होगी।